एक भयावह घटना में एक 24 साल की युवती ने अपनी विधवा मां की हत्या कर दी है। उसने अपनी मां के शव के छोटे-छोटे टुकड़े प्लास्टिक के बैगों में बांधकर घर की अलमारी, पानी की टंकी आदि जगहों पर करीब तीन महीने से छिपाकर रखे थे।
मुंबई पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि इस रूह कंपा देने वाली घटना का पता तब चला जब कालाचौकी की पुलिस लापता 55 वर्षीय वीणा प्रकाश जैन की तलाश में जुट गई। मामले का पता चलते ही पुलिस ने तत्काल उनके साथ रहने वाली उनकी बेटी रिम्पल पी.जैन को अपनी मां की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। हालांकि अभी तक पुलिस को हत्या करने का मकसद नहीं पता चला है।
दिवंगत विधवा के बड़े भाई सुरेश कुमार फूलचंद पोड़वाल (60) ने अपनी बहन वीणा के लापता होने की पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने यह कदम तब उठाया जब रिम्पल ने उनके बेटे (मेमेरे भाई) को उसकी मां से मिलने से मना कर दिया और घर में आने नहीं दिया। पोड़वाल की शिकायत पर जब पुलिस लालबाघ स्थित इम्ब्राहिम कासम चाल की पहली मंजिल पर स्थित रिम्पल जैन के घर की तलाशी लेनी चाही तो उसने पुलिस को भी अंदर आने देने से इन्कार कर दिया।
पुलिस को गड़बड़ का अहसास होते ही उन्होंने तत्काल सख्ती बरतते हुए घर में प्रवेश किया और घर की तलाशी ली। पुलिस टीम को उस घर में किसी डरावनी फिल्म जैसा दहशत भरा नजारा देखने को मिला।
पुलिस को घर की अलमारी और अन्य जगहों पर वीणा का शव छोटे-छोटे टुकड़ों में पालीथिन के बैगों में मिला। माना जा रहा है कि वृद्धा की हत्या 26 नवंबर, 2022 को की गई होगी। उसके बाद शव को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटा गया। शव के टुकड़े बुरी तरह से सड़-गल गए हैं। पूरे घर से सड़ांध वाली बदबू आ रही थी, कमरे में हर जगह कीड़े-मकौड़े घूम रहे थे।
पुलिस ने तत्काल फारेंसिक टीम को बुलाकर घर की गहन जांच कराई। शव के टुकड़ों को एटाप्सी के लिए केईएम अस्पताल भेजा गया है। मुख्य आरोपित रिम्पल से पूछताछ के लिए पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से पुलिस ने हत्या के हथियार इलेक्ट्रिक मार्बल कटर, हसिया और चाकू बरामद किया है। पुलिस को इस बात का भी आश्चर्य है कि इतने दिनों तक पड़ोसियों को इस बात की भनक कैसे नहीं लगी।
पोड़वाल के अनुसार अपनी छोटी बहन वीणा के घर कई बार जाने और कई कोशिशों के बावजूद लंबे अरसे से उनकी उनसे मुलाकात नहीं हो पाई थी। हर बार रिम्पल यही कहती कि वह बाहर गईं हैं, या आराम कर रही हैं। जैन परिवार 2005 में प्रकाश जैन की मौत के बाद पालघर के विरार से लालबाग शिफ्ट हो गया था।
पोड़वाल आर्थिक सहायता के लिए अपनी बहन को हर महीने घर खर्च भेजते थे। वहीं, अधिकारियों का कहना है कि रिम्पल के अनुसार उनकी मां गिर गईं थीं, उसके बाद वह उन्हें घर ले आई और उसके बाद उनकी मौत हो गई। लेकिन उसने कई और भी संदेहास्पद बयान दिए हैं। वह मानसिक रूप से असंतुलित भी हो सकती है।