छत्तीसगढ़ में मौसम ने करवट बदली है। पिछले दो दिनों से प्रदेश के अलग-अलग जिलों में हल्की बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने कोरिया, पेंड्रा और सूरजपुर में आज बारिश की संभावना जताई है। शेष स्थानों पर बादल छाए रह सकते हैं। कुछ स्थानों पर नमी के प्रभाव से बारिश होगी बारिश की वजह से प्रदेश का तापमान भी घटने लगा है। वहीं बेमौसम बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। खेतों में धान की फसल खड़ी है। वहीं कुछ किसानों ने खेतों में फसल काटकर रखी है, जिसे बारिश से ज्यादा नुकसान होने की संभावना है।
मौसम में बदलाव के बाद 11.7 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ जांजगीर चांपा सबसे ठंडा रहा, वहीं रायपुर में दिन के अधिकतम तापमान का रिकॉर्ड टूटा। पिछले 10 वर्षों का रिकार्ड टूटते हुए यह 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश के विभिन्न जिलों के अधिकतम तापमान में सात डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई। पेंड्रा रोड में अधिकतम तापमान 19.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से सात डिग्री कम रहा। बिलासपुर और दुर्ग में भी अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम रहा। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बारिश की स्थिति निर्मित हुई।
मिंजाई के बाद खलिहान में धान को किसानों ने रखा है, उसे बारिश की वजह से पॉलीथिन में ढंककर रखा गया है। इस तरह बेमौसम बारिश ने किसानों की चौतरफ़ा मुश्किलें बढ़ा दी है। किसानों का कहना है कि खेतों में अभी भी धान की फसल कटी नहीं है। मिट्टी गीली है। ऊपर से बेमौसम बारिश हो रही है, जिससे धान की फसल में कटवा बीमारी का डर है। धान भीगकर काला हो सकता है।