
नई दिल्ली। आमतौर पर जब किसी भी होटल या लॉज का निर्माण होता है, तो उसे काफी मजबूती से बनाया जाता है, ताकि वो सालों तक वैसे ही टिका रहे। लेकिन दुनिया में एक ऐसा होटल भी है, जो हर साल बनकर तैयार होता है और कुछ समय बाद फिर नदी में बह जाता है। जी हां, आपको यह जानकर हैरानी तो हो रही होगी, लेकिन यह अनोखा होटल स्वीडन में है। इसे आइस होटल के नाम से जाना जाता है। स्वीडन के इस आइस होटल को हर साल सर्दियों में बनाया जाता है। लेकिन पांच महीने के बाद यह पिघल जाता है और नदी के पानी में मिल जाता है। इस अनोखे होटल को बनाने की परंपरा साल 1989 से ही चली आ रही है। यह 32वां साल है, जब होटल को बनाया गया है। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए इस साल आइस होटल में कोविड गाइडलाइन्स का भी ध्यान रखा जा रहा है। यह अनोखा होटल टॉर्न नदी के तट पर बना है। इसे बनाने के लिए नदी से करीब 2500 टन बर्फ निकाला जाता है और फिर अक्तूबर महीने से इसका निर्माण कार्य शुरू हो जाता है। इसे बनाने के लिए दुनियाभर से कलाकार आते हैं, जो अपनी कलाकारी दिखाते हैं। हर साल होटल में पर्यटकों के ठहरने के लिए कई कमरे बनाए जाते हैं। कमरों के अंदर का तापमान करीब माइनस पांच डिग्री सेल्सियस रहता है। बताया जाता है कि हर साल करीब 50 हजार पर्यटक इस होटल में ठहरने के लिए आते हैं। बाहर और अंदर दोनों तरफ से खूबसूरत दिखने वाला यह होटल अप्रैल महीने तक चलता है। उसके बाद यहां बर्फ पिघलनी शुरू हो जाती है, जिसके बाद होटल को बंद कर दिया जाता है। इस होटल में एक रात रुकने का किराया 17 हजार रुपये से लेकर एक लाख रुपये तक है।