मध्य प्रदेश के गुना के बमोरी ब्लॉक में जोहरी गांव में एक नदी है। इसका नाम बरनी है और यह कई माह से सूखी थी। हाल में ही कुछ लोगों ने इसकी खोदाई तो वहां जमीन से पानी मिला। इसकी खबर जैसे ही गांव वालों को लगी तो उन्होंने सूखी नदी के किनारे ही वेदी बनाकर कोरोना की पूजा करने लगे। इसके अलावा नदी का पानी कोरोना की दवा समझ लोग अपने घर के परिवार वालों को पानी पिलाने लगे। यह चौंकाने वाला मामला इस समय सोशल मीडिया पर जमकर चल रहा है।
यहां बड़ी धूमधाम से लोग नदी के किनारे पहुंचकर पहले पानी यानी जल देवता की वेदी बनाते हैं। फिर उसने पानी का सेवन करने लग जा रहे हैं। अब तो हालात ये है कि गांव अलावा अन्य जगहों से भी पहुंचने लगे हैं। मगर यहां का पानी इतना गंदा है कि इसको पीने के बाद लोग बीमार भी हो सकते हैं। बहरहाल, इसकी खबर अभी प्रशासन को नहीं है। वहीं लोग इसे चमत्कारी पानी समझ कर सेवन करने में जुटे हैं।
बरनी नदी जो सिर्फ बारिश के समय ही लबालब रहती है। आखिरकार आज जब प्रशासन के लोग पहुंचकर इस गड्ढे में पत्थर से बंद कर दिया, लेकिन लोग इस पर भड़क गये। जो कुछ वहां पानी आज भी बचा है, उसे लोग बड़ी ही आस्था के पी रहे हैं। वहां पहुंचे कुछ प्रशासनिक अधिकारी ने लोगों को समझाया, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं है। इस नदी के दोनों किनारों पर घने जंगल हैं। फिर भी लोग सुबह-शाम कोरोना पानी पीने पहुंच रहे हैं।