अफगानिस्तान का बड़ा शहर मजार-ए-शरीफ जल्द ही तालिबान आतंकियों के कब्जे में आ जाएगा। इस शहर को तालिबानियों ने चारों तरफ से घेर लिया है और लड़ाई जारी है। इस बीच एक और राज्य बगलान की राजधानी पुल ए खुमरी पर तालिबान ने कब्जा जमा लिया है। यह सातवां राज्य है जिस पर तालिबान की हुकूमत हो गई है। वह अब तक देश के 65 फीसद हिस्से पर अपनी पकड़ मजबूत कर चुका है। हालांकि अफगान सुरक्षा बलों ने दावा किया कि 80 तालिबान लड़ाकों को ढेर कर मजार ए शरीफ पर हमले को विफल कर दिया। वहीं राष्ट्रपति अशरफ गनी ने स्थानीय मिलीशिया से काबुल की हिफाजत के लिए मदद मांगी है।
तालिबान ने उत्तरी अफगानिस्तान में एबक शहर पर कब्जा करने के बाद ताजिकिस्तान की सीमा से लगे मजार-ए-शरीफ को हासिल करने के लिए पूरी ताकत लगा दी है। फरह प्रांत की राजधानी फरह शहर पर कब्जा होने की जानकारी दी। इसके साथ तालिबान ने बदख्शान प्रांत के फैजाबाद पर कब्जे के लिए अंतिम लड़ाई छेड़ दी है। लश्कर गाह, हेरात और कंधार में पिछले कई दिनों से भीषण संघर्ष चल रहा है।
अमेरिका, तालिबान पर हमले रोकने के लिए दबाव बढ़ा रहा है। इस संबंध में वार्ता के लिए अमेरिका के अफगानिस्तान में विशेष दूत जालिमे खलीलजाद तीन दिन के लिए दोहा पहुंच गए हैं। अमेरिका ने पिछले 24 घंटे के दौरान कई हवाई हमले किए। उसके बी-52 लड़ाकू विमान के हमले में 12 तालिबान आतंकी मारे गए। इनमें दो पाकिस्तानी आतंकी भी हैं।
अमेरिका ने कहा है कि अफगान सेना के समर्थन में उसके हवाई हमले जारी रहेंगे। हवाई हमलों की नीति में परिवर्तन करने का कोई इरादा नहीं है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता जान किर्वी ने कहा है कि यह उनका देश है और उनका संघर्ष है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी सैन्य कमांडरों ने माना है कि हालात बिगड़ रहे हैं। रक्षा मंत्रालय ने यह भी माना है कि जमीन पर चल रही लड़ाई सही दिशा में नहीं जा रही है।