एक रिक्शा चालक की आयकर देनदारी 3.47 करोड़ रुपये हो। क्या इस बात को भरोसा हो सकता है, लेकिन आयकर विभाग ने ऐसा ही कारनामा कर दिखाया। स्वयं रिक्शा चालक प्रताप सिंह को भी आयकर का नोटिस देखकर सहसा विश्वास नहीं हुआ। रिक्शे वाले पर आयकर अधिकारियों को भी जालसाजी का अंदेशा हुआ। फिलहाल थाना में मामले की शिकायत की गई है। इस मामले को बोगस बिल के मास्टरमाइंड की करतूत माना जा रहा है।
थाना हाईवे क्षेत्र के अंतर्गत अमर कॉलोनी में रहने वाला प्रताप सिंह रिक्शा चलाकर मेहनत मजदूरी करता है। प्रताप ने छह महीने पहले पैन कार्ड बनवाया था, लेकिन उसे पैन कार्ड नहीं मिला। बार- बार चक्कर लगाने के बाद कुछ दिन पहले उसे पैन कार्ड संजय के पास से मिला और इसके केवल तीन दिन बाद ही आयकर विभाग ने उसे 3 करोड़ 47 लाख रुपये से अधिक का नोटिस थमा दिया।
रिक्शा चालक ने इतनी अधिक रकम के नोटिस को देखा तो अचंभित रह गया। वह नोटिस को लेकर आयकर विभाग पहुंचा तो अधिकारियों ने सीधे कहा कि आप पैसे जमा करा दो अन्यथा आपके खिलाफ कार्यवाही हो जाएगी। इसके अलावा कुछ अधिकारियों ने उसे यह भी सुझाव दिया कि इस मामले की एफआईआर जल्द से जल्द दर्ज कराए।
प्रताप सिंह एफआईआर दर्ज कराने थाना हाईवे पहुंच गया और उसने इसकी लिखित शिकायत अब पुलिस में दर्ज करा दी है। इस बारे में आयकर अधिकारियों ने प्रताप को स्पष्ट बताया है कि उसके साथ फ्रॉड हुआ है।