रायपुर। पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है। भारत में प्रेस की स्वतंत्रता संविधान के अनुच्छेद 19 में भारतीयों को दिए गए अभिव्यक्ति की आजादी से सुनिश्चित होती है। यह दिवस प्रेस की स्वतंत्रता एवं जिम्मेदारियों की ओर लोगों का ध्यान आकृष्ट करता है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 1956 में प्रथम प्रेस आयोग ने देश में प्रेस स्वतंत्रता एवं पत्रकारिता में उच्च आदर्श स्थापित करने की सिफारिश की थी। फलस्वरूप 4 जुलाई, 1966 को पहली बार स्वायत्त रूप से भारतीय प्रेस परिषद (PCI) की स्थापना हुई। 16 नवंबर, 1966 को PCI ने कार्य करना प्रारंभ कर दिया। इसलिए प्रतिवर्ष ‘16 नवंबर’ को यह दिवस मनाया जाता है।
चलिए इसी विशेष दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य में पत्रकारिता का प्रसार कब और कैसे हुआ, जानते हैं-
• छत्तीसगढ़ राज्य का प्रथम समाचार पत्र “छत्तीसगढ़ मित्र” था, जिसे माधव राव सप्रे ने एक मासिक पत्रिका के रूप में सन् 1900 मे पेंड्रारोड (बिलासपुर) से प्रकाशित किया था।
• इस समाचार पत्र का प्रकाशन 3 सालों तक हुआ। माधव राव सप्रे ने जबलपुर से कर्मवीर नामक पत्रिका के प्रकाशन में भी अपना योगदान दिया था।
क्या “छत्तीसगढ़ मित्र” छत्तीसगढ़ का प्रथम समाचार पत्र है ?
वर्ष 1889 में शासक बलरामदास के संरक्षण में भगवानदीन सिरोकिया के द्वारा प्रजा हितैषी” नामक एक पत्रिका का संपादन राजनांदगांव से किया गया था। यह छत्तीसगढ़ का पहला राजकीय एवं पंजीकृत साप्ताहिक पत्र था, परंतु छत्तीसगढ़ में किसी के पास इस पत्र की प्रति और इसके प्रकाशन संबंधी कोई प्रमाण उपलब्ध नहीं है इसलिए वर्ष 1900 में माधवराव सप्रे द्वारा प्रकाशित ‘छत्तीसगढ़ मित्र’ को ही छत्तीसगढ़ का प्रथम समाचार पत्र माना जाता है।
1900 के बाद पत्रकारिता का प्रसार-
• पं. रविशंकर शुक्ल ने सन् 1924 मे “कान्यकुंज” नामक पत्रिका निकाली।
• बिलासपुर जिला काउंसिल ने 1930 मे मासिक पत्रिका “विकास” निकली, जिसका संपादन कुलदीप सहाय ने किया।
• बिलासपुर जिला काउंसिल ने शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में 1935 मे मासिक पत्रिका “उत्थान” निकली जिसका संपादन पंडित सुंदरलाल त्रिपाठी ने किया।
• 1935 मे ही हिंदी साहित्य मंडल द्वारा “आलोक” पत्रिका प्रारम्भ हुई, जिसका संपादन स्वराज्य प्रसाद त्रिवेदी एवं केशव प्रसाद ने किया।
छत्तीसगढ का प्रथम दैनिक समाचार पत्र:
• “महाकौशल” छत्तीसगढ़ का प्रथम दैनिक समाचार पत्र था जिसे साप्ताहिक समाचार पत्र के रूप में सन् 1934 मे रायपुर से शुरू किया गया था, जिसके सम्पादक पं. रविशंकर शुक्ल थे। 1951 मे इसे दैनिक समाचार पत्र के रूप में प्रकाशित किया जाने लगा।
• 1942 मे स्वराज्य प्रसाद त्रिवेदी ने साप्ताहिक पत्रिका “अग्रदूत” ( वर्तमान संध्या दैनिक) का प्रारंभ किया। यह पत्रिका 1982 तक साप्ताहिक ही रही।
• 9 अप्रैल 1959 में शिवनारायण द्विवेदी ने “नवभारत” पत्रिका आरम्भ की।
• 19 अप्रैल 1959 मे मायाराम सुरजन ने “नई दुनिया” पत्रिका का प्रारम्भ किया।
• 1974 से “देशबंधु” पत्रिका का प्रकाशन प्रारम्भ हुआ।
• 1991 मे नावभास्कर( दैनिक भास्कर), 1984 मे अमृत संदेश का प्रकाशन प्रारम्भ हुआ।
प्रथम छत्तीसगढ़ी समाचार पत्र–
• वर्ष 1955 में गजानंद माधव मुक्तिबोध के द्वारा छत्तीसगढ़ के प्रथम छत्तीसगढ़ी भाषा समाचार पत्र का संपादन किया था। इस समाचार पत्र का नाम “छत्तीसगढ़ी” था, जिसका संपादन रायपुर से किया गया था।
– राष्ट्र के विकास में निरंतर संवाद और निष्पक्ष पत्रकारिता के माध्यम से अहम योगदान देने वाले पत्रकार साथियों को EKHABRI टीम की ओर से राष्ट्रीय प्रेस दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।