मध्य प्रदेश के सिवनी स्थित पेंच टाइगर रिजर्व के मोगली अभ्यारण कुरई परिक्षेत्र की गंडाटोला बीट में 18 अप्रैल सोमवार सुबह गश्ती के दौरान मृत मादा तेंदुआ का शव वन अमले को मिला है।अधिकारियों के मुताबिक, लंगूर को दबोचकर 25 मीटर उंचे पेड़ पर चढ़ रहे एक मादा तेंदुआ के संभवत: अनियंत्रित होकर नीचे गिरने के बाद रीढ़ की हड्डी और पसली टूटने से मौत हो गई। घटनास्थल पर डाग स्क्वायड से कराई गई जांच में किसी तरह संदिग्ध गतिविधि नहीं पाई गई है।पोस्ट मार्टम के बाद अधिकारियों की मौजूदगी में तेंदुआ का शव एनटीसीए की गाइड के तहत जला दिया गया है।
पेंच टाइगर रिजर्व के उपसंचालक रजनीश कुमार सिंह ने बताया कि, अभ्यारण के कक्ष क्र. 644 में एक वयस्क मादा तेंदुआ और लंगूर का शव जल स्रोत से करीब तीन मीटर शनिवार सुबह गश्ती के दौरान वन अमले को मिला।इसकी सूचना अधिकारियों को दी गई।सूचना पर डाग स्क्वाड व वन्यप्राणी चिकित्सक अखिलेश मिश्रा व खवासा के पशु चिकित्सक डा. अक्षय बंसोड़ को मौका पर बुलवाया गया।शव परीक्षण से पता चला कि मृत मादा तेंदुआ की उम्र करीब 8 से 10 साल होगी।पेड़ से गिरने के कारण आंतरिक हिस्से में गंभीर चोट व रक्त स्राव पाया गया।रीढ की हड्डी व पसलियों में चोट पाई गई।मृत तेंदुआ के दांत, नाखून सहित सभी अवयव सुरक्षित पाए गए।जबकि लंगूर के गले में तेंदुआ के दांत के निशान, खून के थक्का जमने व चोट के निशान पाए गए हैं।चिकित्सक दल के मुताबिक, वयस्क मादा तेंदुआ के पेड़ पर लंगूर को मारकर ऊपर ले जाते समय बैलेंस बिगड़ जाने से नीचे गिरने व गंभीर चोट लगने के कारण मौत होना प्रतीत होता है।