नई दिल्ली। देश में इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाएं सबसे कठिन परीक्षाओं में मानी जाती हैं। नीट यूजी और जेईई मेन के लिए हर साल लाखों की संख्या में छात्र बड़े-बड़े कोचिंग घरानों और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को लाखों रुपये का भुगतान करते हैं। इसलिए, सामान्य परिवार के छात्र-छात्राओं के लिए इनकी तैयारी करना आसान नहीं होता जबकि आदिवासी श्रेणी के छात्र तो इस बारे में सोच भी नहीं पाते हैं। ऐसे में सरकार ने एक बड़ी महत्वाकांक्षी पहल शुरू की है।
सरकार की पहल के तहत स्नातक स्तरीय चिकित्सा पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए होने वाली नीट यूजी परीक्षा और इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए होने वाली जेईई मेन परीक्षा की फ्री कोचिंग दी जाएगी। अधिकारियों ने कहा कि जम्मू-कश्मीर जनजातीय मामलों के विभाग ने नीट और जेईई प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने वाले मेधावी आदिवासी छात्रों के लिए मुफ्त कोचिंग प्रदान करने के लिए अपनी तरह की पहली पहल शुरू की है।
उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम विभाग द्वारा प्रायोजित है और कोचिंग के बाद राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा और संयुक्त प्रवेश परीक्षा के लिए अर्हता प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों को भी छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। जनजातीय मामलों के विभाग के सचिव शाहिद इकबाल चौधरी ने कहा कि दो अलग-अलग उप-योजनाओं के तहत सरकारी पैनल में शामिल कोचिंग संस्थानों में नीट कोचिंग के लिए 100 आदिवासी छात्रों का चयन किया जा रहा है।