अंटार्कटिका के अतिरिक्त हर महाद्वीप पर चींटियां पाई जाती हैं। शायद ही कोई ऐसा होगा, जो यह कहे कि उसने कभी चींटी नहीं देखी है। अब चींटियों की संख्या पर नया अध्ययन सामने आया है। प्रोसिडिग्स आफ द नेशनल एकेडमी आफ साइंसेज में इस अध्ययन के निष्कर्ष प्रकाशित किए गए हैं। यूनिवर्सिटी आफ हांगकांग के इकोलाजिस्ट पैट्रिक शुल्थाइस और उनके साथियों ने अध्ययन को अंजाम दिया है।
पैट्रिक और उनके साथियों ने अपने अध्ययन में 1,300 से ज्यादा स्थानों से सैंपल लेते हुए चींटियों की संख्या और बायोमास का अनुमान लगाया है। निष्कर्ष बताते हैं कि एक मनुष्य पर 25 लाख चींटियां हैं। संख्या की बात करें तो यह 200 लाख अरब पर पहुंचती है। चींटियों का बायोमास भी मनुष्यों के करीब 20 प्रतिशत के बराबर है। वजन उठाने की क्षमता से लेकर रहन-सहन की विधिवत व्यवस्था तक बहुत कुछ ऐसा है, जिसके कारण् चींटियों में विज्ञानियों की रुचि रही है। दुनियाभर में चींटियों की व्यापकता, इनके काटने से होने वाले नुकसान और मनुष्यों के बीच चींटियों की प्रतिक्रिया पर कई अध्ययन किए गए हैं। अब तक इनकी 12 हजार से ज्यादा प्रजातियों का वर्गीकरण किया जा चुका है। अनुमान है कि 10 हजार और भी प्रजातियां हैं।
पहले के मुकाबले ज्यादा सटीक हैं अनुमान
चींटियों की संख्या व बायोमास को लेकर पहले भी कई अध्ययनों में अनुमान जताया गया है। पहले के अनुमान चींटियों का बायोमास 25 लाख टन से 700 लाख टन तक होने की बात कहते हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि इस बार के अनुमान ज्यादा सटीक हैं। बहुत ज्यादा स्थानों से सैंपल जुटाने के कारण ज्यादा सटीक अनुमान संभव हुए हैं। हालांकि माना जा रहा है कि चींटियों की संख्या नवीनतम आकलन से भी ज्यादा हो सकती है।