असम में एक ऐसा गांव है जहां सभी लोग संस्कृत बोलते हैं। इस गांव को “संस्कृत गांव” के रूप में जाना जाता है। करीमगंज जिले के राताबारी विधानसभा क्षेत्र के पटियाला गांव में बच्चे भी एक दूसरे से संस्कृत में ही संवाद करते हैं। गांव में 60 परिवारों के 300 लोग रहते हैं।
ग्रामीण आने वाली पीढ़ियों को संस्कृत भाषा बोलने के लिए प्रोत्साहित कर बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं। वे नियमित “योग शिविर” भी आयोजित करते हैं।
इस गांव के निवासी दीप नाथ जो योग शिक्षक हैं ने कहा कि उन्होंने 2013 में योग शिविर की शुरुआत की। 2015 में संस्कृत भारती के कार्यकर्ता योग शिविर के लिए गांव पहुंचे। इस दौरान गांव में एक संस्कृत शिविर का आयोजन किया गया था। तब से ग्रामीणों संस्कृत बोलना सीखा और अब यहां हर व्यक्ति संस्कृत बोलता है। दीप नाथ ने कहा कि वे अपनी संस्कृति को नई पीढ़ियों तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। हर महीने गायत्री यज्ञ का भी आयोजन होता है, जिसमें हर निवासी भाग लेता है। यहां के ज्यादातर ग्रामीण खेती से जुड़े हैं।