उत्तर प्रदेश गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र के प्राचीन नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में घुसे आस मोहम्मद के इरादे बडे खतरनाक थे। उससे पूछताछ के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को चौकाने वाली जानकारियां मिली हैं। वह इकला स्थित मंदिर में साधु बनकर अखाड़े की गतिविधियों पर नजर रखना चाहता था।
इकला स्थित नर्मदेश्वर महादेव मंदिर श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े का महत्वपूर्ण अंग है और यहां दो साल पूर्व शरीर त्याग चुके महंत खड़ेश्वरी महाराज की समाधि है। इसके चलते यहां अखाड़े के बड़े धर्माचार्यों, महामंडलेश्वरों व अन्य बड़े पदाधिकारियों का आना-जाना लगा रहता है। जूना अखाड़े के संन्यासी हिंदू धर्म की रक्षा और जिहादियों के खिलाफ सबसे अधिक आवाज उठाते हैं। आस मोहम्मद जिहाद के खिलाफ बोलने वालों की टोह लेना चाहता था। उसकी रिपोर्ट पर संगठन के लोग खतरनाक साजिश को अंजाम दे सकते थे। सुरक्षा एजेंसियां उसके पीछे के नेटवर्क, कट्टरपंथी संगठन व आकाओं के बारे में पता लगा रही हैं। यदि वह अपने मंसूबों में कामयाब हो जाता तो बड़ी घटना हो सकती थी।
अन्य मंदिरों में भी घुसा देता साथियों को
यदि आस मोहम्मद मंदिर में घुसने और मठ से जुड़ने में कामयाब हो जाता तो वह अपने संगठन के अन्य साथियों को भी मठ की अन्य शाखाओं में घुसा देता। इसके बाद संगठन का काम और आसान हो जाता। मठ में प्रवेश के लिए ही उसने साधु का वेश धारण किया था और हिंदू धर्म अपनाने के फर्जी दस्तावेज तैयार कराए थे। सेवादारों ने यह दस्तावेज उसके पास से बरामद किए थे, लेकिन उसके मंसूबों को कामयाबी मिलने से पहले ही संदेह होने पर उसे दबोच लिया था।