अयोध्या में श्रीराम मंदिर के लिए आंदोलन में अगुआ रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी की अगले महीने होने वाले मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने होंगे। दोनों वरिष्ठ नेता स्वास्थ्य और उम्र संबंधी के कारणों से समारोह में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। यह जानकारी अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करा रही श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दी।
राय ने बताया कि पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी और पूर्व मानव संसाधन विकास मंत्री जोशी स्वास्थ्य और उम्र संबंधी कारणों से समारोह में शामिल नहीं हो सकेंगे। उन्होंने बताया कि आडवाणी और जोशी परिवार के बुजुर्ग हैं और उनकी उम्र को देखते हुए उनसे न आने का अनुरोध किया गया है, जिसे दोनों ने स्वीकार कर लिया है। आडवाणी अब 96 साल के हैं और जोशी अगले महीने 90 साल के हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की सभी तैयारियां 15 जनवरी तक पूरी कर ली जाएंगी। इसके लिए पूजा 16 जनवरी को शुरू होगी, जो 22 जनवरी तक जारी रहेगी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि विभिन्न परंपराओं के 150 साधु-संतों और छह दर्शन परंपराओं के शंकराचार्यों सहित 13 अखाड़े इस समारोह में भाग लेंगे। कार्यक्रम में लगभग चार हजार संतों को आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा 2200 अन्य मेहमानों को भी निमंत्रण भेजा गया है। राय ने बताया कि काशी विश्वनाथ, वैष्णोदेवी जैसे प्रमुख मंदिरों के प्रमुखों, धार्मिक और संवैधानिक संस्थानों के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया है।