नवापारा-राजिम । राजिम माघी पुन्नी मेला में नागा साधु-संतों ने दक्षिणा नहीं मिलने से नाराज होकर सोमवारी बाजार पुल के पास जाम करते हुए संतों ने सरकार को घेरा। साधु संतों का कहना है कि किसी भी साधु संत को दक्षिणा नहीं मिली है, न ही भोजन की व्यवस्था की गई है। सरकार ने स्वयं आमंत्रित करने के बाद वापस जाने की व्यवस्था नहीं की है। जिसके चलते साधु संत नाराज हैं। साधु-संतों का मानना है की सरकार ऐसा कर उनका अपमान कर रही है। उन्होंने कहा कि अधिकतर संत बाहर से आये हैं। आमंत्रण के बाद जो भी दक्षिणा हो मेला समिति को संतों को भेंट करना चाहिए लेकिन संतों को उन्हें दक्षिणा के लिए भी भटकना पड़ रहा है, जो की अनुचित है। प्रतिवर्ष उनका ससम्मान विदाई होती थी, लेकिन इस वर्ष मेला समापन पश्चात पूछ परख ना होना समझ से परे है। विरोध करने वालों में नागा अखाड़ा प्रमुख जनकपुरी महाराज, उमेशानन्दगिरी जी महाराज, आचार्य हरीश शर्मा सहित सैकड़ों की संख्या में साधु-संत मौजूद थे। मौके पर मेला आयोजन समिति से जिम्मेदार अधिकारी एडीएम जेआर चौरसिया, एसडीएम अविनाश भोई, तहसीलदार नाराज संतों को मनाने पहुंचे तब यह मामला शांत हुआ। अधिकारियों ने उन्हें 11-11 सौ रुपए की दक्षिणा देकर ससम्मान विदाई दी। साधु संतों के चक्का जाम करने से आम जनता को परेशानी जरूर हुई लेकिन विद्यार्थियों व मरीजों के आवाजही के लिए रास्ते खुले हुए थे।