देश में संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की सोमवार शाम प्रयागराज में संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। उनका शव श्री मठ बाघम्बरी गद्दी के कमरे में मिला। महंत के बिस्तर से आठ पेज का सुसाइड नोट मिला है। इस बीच यहां अंतिम दर्शन को पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि दोषी को सजा अवश्य मिलेगी।
आइजी (प्रयागराज रेंज) केपी सिंह ने बताया कि सुसाइड नोट में आद्या, संदीप और आनंद पर नरेंद्र गिरि ने परेशान करने का आरोप लगाया है। पुलिस के अनुसार सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग की जांच कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने लेटे हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी, उसके बेटे संदीप व गनर अजय सिंह समेत कई शिष्यों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। आनंद गिरि को हरिद्वार में हिरासत में लिया गया है। बताया जा रहा है कि पिछले चार-पांच दिनों से महंत तनाव में थे और शिष्यों से बात-बात पर झुंझला जाते थे।
हरिद्वार के शिष्य हो सकते हैं उत्तराधिकारी!
नरेंद्र गिरि ने हरिद्वार के एक शिष्य को अपना उत्तराधिकारी बना दिया है। शिष्य हरिद्वार में उनके आश्रम की देखरेख करते हैं। आनंद गिरि से विवाद के बाद महंत नरेंद्र गिरि इस शिष्य के नाम वसीयत लिख चुके हैं। हालांकि उनके नाम की जानकारी उन्होंने साझा नहीं की थी। समस्त संस्कार पूरा होने के बाद नरेंद्र गिरि की वसीयत निकालकर उत्तराधिकारी के नाम की घोषणा की जाएगी।