महालक्ष्मी एक्सप्रेस से कोल्हापुर जा रहे भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया को सोमवार सुबह महाराष्ट्र पुलिस ने सातारा जिले में स्थित कराड रेलवे स्टेशन पर उतार लिया। सोमैया ने हाल ही में महाराष्ट्र के ग्रामीण विकास मंत्री हसन मुश्रिफ पर 127 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। वह मुश्रिफ के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के कुछ नए मामलों का पर्दाफाश करने कोल्हापुर जा रहे थे।
ट्रेन से उतारे जाने के बाद सोमैया ने कराड में मीडिया को कोल्हापुर के जिलाधिकारी राहुल रेखवार का एक आदेश दिखाया, जिसमें लिखा था कि कोल्हापुर में धारा 144 लागू है। वहां उनकी जान को खतरा एवं उनके दौरे से कानून-व्यवस्था बिगड़ने की आशंका है। इसके कारण जिले में उनके प्रवेश पर रोक लगाई गई है। सोमैया ने कहा कि उनकी शिकायत पर मुश्रिफ के खिलाफ जांच शुरू हो गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनसे अतिरिक्त जानकारियां मांगी हैं। उन्होंने ट्वीट करके कार्रवाई को राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार की दादागीरी करार दिया।
गौर हो कि सोमैया ने 13 सितंबर को राज्य सरकार में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) कोटे के मंत्री हसन मुश्रिफ, उनकी पत्नी एवं बेटे पर आरोप लगाया था कि उन सभी के खातों में कोलकाता स्थित कुछ मुखौटा कंपनियों के जरिये 100 करोड़ से अधिक की राशि भेजी गई है। सोमैया ने इस लेनदेन का विवरण आयकर विभाग एवं ईडी को सौंपने का दावा किया था। जवाब में मुश्रिफ ने कहा, ‘मेरे एवं मेरे परिवार पर लगाए जा रहे किरीट सोमैया के सभी आरोप निराधार हैं। मैं सोमैया पर 100 करोड़ रुपये की मानहानि का दावा करने जा रहा हूं।”