शिवसैनिकों द्वारा नेवी के पूर्व अधिकारी मदन शर्मा के साथ मुंबई में की गई मारपीट के विरोध में पूर्व सैन्य अधिकारी सडकों पर उतर आए। अपने पूर्व अधिकारी की पिटाई से नाराज होकर जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में पूर्व अधिकारियों में एक एयर चीफ मार्शल, तीन वाइस एडमिरल और पांच एयर मार्शल ने भी भाग लिया। प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि एक ओर सरकार के संरक्षण में उनकी पार्टी के गुंडे नेवी के पूर्व अधिकारी को पीटते हैं तो दूसरी ओर न केवल थाने में दर्ज केस में कमजोर धाराएं लगाई गई और थाने से ही जमानत तक दे दी गई।
सशस्त्र बलों के पूर्व अधिकारियों ने हमले की घटना को लेकर आश्चर्य जताया और कहा कि आरोपितों को जमानत दे दी गई। यह जले पर नमक छिड़कने जैसा है। उन्होंने कहा, यह अविश्वसनीय है कि मुंबई पुलिस की जांच के साथ महाराष्ट्र सरकार के अभियोजकों ने इस गंभीर मामले को इतने हल्के से लिया। इस मामले में न्याय की कोई झलक भी नहीं दिखाई देती है। उन्होंने कहा, शिवसेना के कार्यकर्ताओं द्वारा नौसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी मदन शर्मा के साथ मारपीट की घटना की पूरी तरह से निंदा की जाती है। बयान में 600 से अधिक पूर्व सैन्यकर्मियों के हस्ताक्षर हैं जिनमें सेवानिवृत्त एयर चीफ मार्शल प्रदीप नाईक, वाइस एडमिरल शेखर सिन्हा, एआर कार्वे तथा जेएस बेदी, लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह और एयर मार्शल एसपी सिंह समेत कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।