भारत ने पाकिस्तान को पांच विकेट से हरा दिया है. 148 रनों के टारगेट को भारतीय टीम ने 19.4 ओवर में हासिल कर लिया. हार्दिक पंड्या ने नवाज की गेंद पर छक्का लगाकर भारत को जीत दिलाई. हार्दिक 33 रन बनाकर नाबाद रहे. वहीं कोहली और जडेजा ने 33-33 रनों का योगदान दिया.
इससे पहले भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग का फैसला किया जिसके बाद उसके गेंदबाजों ने शानदार बॉलिंग करते हुए पाकिस्तान को शुरू से ही प्रेशर में रखा. नतीजतन पूरी टीम 19.5 ओवर्स में ही 147 रनों पर सिमट गई.भुवी ने सबसे ज्यादा चार और हार्दिक पंड्या ने तीन विकेट चटकाए.
एशिया कप के पहले मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 147 रन पर रोक दिया है। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया और भारतीय गेंदबाजों ने इसे सही साबित किया। पिच का सही इस्तेमाल करते हुए भारतीय गेंदबाजों ने सही मौकों पर छोटी गेंद की और शुरुआती पांच विकेट छोटी गेंद पर लिए। आमतौर पर दुबई की पिच को स्पिन गेंदबाजों के मुफीद माना जाता है, लेकिन इस मैच में भारतीय तेज गेंदबाजों ने कमाल किया। भारत के लिए सभी 10 विकेट तेज गेंदबाजों ने ही लिए।
भारतीय गेंदबाजों ने छोटी गेंद पर किया कमाल
इस मैच में भारतीय गेंदबाजों ने शुरुआती चार विकेट छोटी गेंद पर लिए। पिच रिपोर्ट में कहा गया था कि गेंदबाजों को स्विंग मिलेगी, लेकिन इस पिच पर स्विंग की बजाय बाउंस और रफ्तार बेहतर थी। भारतीय गेंदबाजों ने इसे भांप लिया और दूसरे ओवर में ही भुवनेश्वर ने छोटी गेंद पर बाबर आजम को आउट किया। इसके बाद अगले चार विकेट भी छोटी गेंद पर ही मिले। खासकर हार्दिक पांड्या ने छोटी गेंद पर पाकिस्तानी बल्लेबाजों को खासा परेशान किया। बाबर के बाद फखर जमान, इफ्तिखार अहमद, मोहम्मद रिजवान और खुशदिल शाह भी छोटी गेंद पर आउट हुए।
बुमराह-हर्षल के बिना चमकी तेज गेंदबाजी
इस मैच में भारत के प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह नहीं थे। हर्षल पटेल भी चोटिल होकर बाहर हो चुके थे। ऐसे में भुवनेश्वर एकमात्र अनुभवी गेंदबाज थे, लेकिन मैच में युवा अर्शदीप और आवेश के अलावा हार्दिक ने कमाल की गेंदबाजी की और चारों ने मिलकर सभी 10 विकेट लिए। इन 10 में से पांच विकेट छोटी गेंद पर आए। पाकिस्तान की टीम पूरे 20 ओवर भी नहीं खेल सकी और 19.5 ओवर में 147 रन पर सिमट गई। सबसे ज्यादा चार विकेट भुवनेश्वर, तीन विकेट हार्दिक, दो विकेट अर्शदीप सिंह और एक विकेट आवेश खान ने लिया।
ऑलराउंडर हार्दिक चमके
पाकिस्तान के खिलाफ पिछले मैच में गेंदबाजी न कर पाने वाले हार्दिक ने इस मैच में कमाल किया। उन्होंने अपने चार ओवर में 25 रन देकर तीन अहम विकेट लिए। अपने आखिरी ओवर में उन्होंने सेट रिजवान और खुशदिल शाह को आउट कर पाकिस्तानी टीम की कमर तोड़ दी। 15वें ओवर में रिजवान सहित दो विकेट गंवाने के बाद पाकिस्तान के आखिरी ओवरों में तेजी से रन बनाने के उम्मीद खत्म हो गई।
पावरप्ले में ही पस्त हुआ पाकिस्तान
टॉस हारने के बाद पाकिस्तान के लिए बड़ा स्कोर बनाना जरूरी था। इसके लिए पावरप्ले में अच्छी शुरुआती की जरूरत थी, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने शुरुआत से ही दबाव बनाकर रखा। पहले भुवनेश्वर ने कप्तान बाबर को 10 रन के स्कोर पर आउट किया फिर आवेश खान ने 10 रन के स्कोर पर ही फखर जमान को भी आउट कर दिया। पावरप्ले में पाकिस्तान ने 43 रन जरूर बनाए, लेकिन दो अहम विकेट खो दिए। पावरप्ले की 36 में से 18 गेंदों में पाकिस्तानी खिलाड़ी कोई रन नहीं बना सके।
शुरुआती 24 में से 14 गेंदों में नहीं बना रन
भारत के गेंदबाजों ने इस मैच में शुरुआत से ही दबाव बना रखा था। शुरुआती 15 गेंदों में सिर्फ 15 रन दिए और 16वीं गेंद पर कप्तान बाबर बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में कैच आउट हो गए। शुरुआती 24 में से 14 गेंदों में पाकिस्तान के खिलाड़ी कोई रन नहीं बना पाए। यहीं से पाकिस्तान के बड़े स्कोर तक पहुंचने की राह मुश्किल हो गई थी।
भारत की खराब फील्डिंग चिंता का विषय
इस मैच में भारत की गेंदबाजी बेहतर रही, लेकिन फील्डिंग में सुधार की जरूरत है। चहल ने इफ्तिखार का आसान कैच छोड़ा फिर रोहित ने भी कैच टपकाया। रवींद्र जडेजा ने रिजवान को रन आउट करने का मौका गंवाया। सूर्यकुमार यादव भी सटीक थ्रो नहीं लगा सके। इसके अलावा भी कई मौकों पर भारतीय खिलाड़ी स्टंप पर निशाना नहीं लगा सके और चौके रोकने में भी नाकाम रहे।
हार्दिक ने सुधारी चहल की गलती
युजवेन्द्र चहल ने 27 रन के स्कोर पर इफ्तिखार अहमद को जीवनदान दिया। मोहम्मद रिजवान के साथ इफ्तिकार 45 रन की साझेदारी कर चुके थे और यह जोड़ी भारत के लिए खतरनाक दिख रही थी, लेकिन अगले ही ओवर में हार्दिक ने छोटी गेंद पर इफ्तिखार को आउट कर पाकिस्तान को फिर से बैकफुट में ढकेल दिया।
पहले ओवर में ही दो रिव्यू, दोनों भारत के खिलाफ
मैच के पहले ओवर में ही अंपायर को दो फैसलों को खिलाड़ियों ने चुनौती दी और दोनों भारत के खिलाफ गए। पहले भुवनेश्वर की गेंद पर अंपायर ने मोहम्मद रिजवान को आउट करार दिया था। रिजवान ने रिव्यू लिया और गेंद स्टंप के ऊपर से जा रही थी। अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा और रिजवान आउट नहीं हुए। इसी ओवर की आखिरी गेंद पर भारतीय टीम ने कैच आउट की अपील की। अंपायर ने आउट नहीं दिया तो भारत ने रिव्यू लिया। गेंद और बल्ले का कोई संपर्क नहीं हुआ था और भारत ने पहला रिव्यू गंवा दिया।