गुवाहाटी। असम हिंसा को लेकर कुछ सामाजिक संगठनों ने आज 12 घंटे बंद का आह्वान किया है। वहीं, मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की गई है। राजनैतिक दलों ने हाईकोर्ट के रियाटर्ड जज की निगरानी में जांच की मांग की है। असम के दरांग इलाकों में पुलिस-ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प के बाद खौफनाक वीडियो सामने आया है। अधमरा व्यक्ति के साथ पुलिस और कैमरामैन की बर्बरता और क्रूरता भी दिख रही है। पुलिस फायरिंग में मारे गए शख्स पर कैमरामैन कूद रहा है और पत्थर से मार रहा है। वहीं, पुलिस के जवान भी उस पर लाठी बरसा रहे हैं। ग्रामीणों पर अवैध कब्जा करने और पुलिस पर पत्थरबाजी करने का आरोप है। सोशल मीडिया पर पुलिस और कैमरामैन की बेरहमी वाला वीडियो सामने आ रहा है। हालांकि, वीडियो वायरल होने के बाद कैमरामैन को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, असम सरकार ने इस मामले में न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। दरअसल, पिछले दिनों पुलिस और ग्रामीणों के बीच हुई झड़प में दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई। वहीं, नौ पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। वीडियो में दिख रहा है कि एक शख्स अधमरी हालत में जमीन पर पड़ा हुआ है। उस पर एक फोटोग्राफर बेरहमी से कूद रहा है और उसे मार रहा है। बताया जा रहा है कि शख्स पुलिस फायरिंग में घायल हो गया उसके बाद भी फोटोग्राफर उसके ऊपर कूद रहा है और ईंट से उसपर हमला कर रहा है। इतना ही नहीं, पुलिस के कुछ जवान भी उसपर लाठियां बरसा रहे हैं और हवाई फायर कर लोगों में दहशत फैला रहे हैं। सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
ग्रामीणों पर अवैध कब्जे का आरोप
दरअसल, असम पुलिस द्वारा दरांग के एक इलाके में अतिक्रमण हटाने के लिए एक अभियान चलाया गया है। पिछले चार दिनों से चल रहे अभियान में अब तक 800 परिवारों को यहां से हटाया जा चुका है। गुरुवार को हुई झड़प में 2 नागरिक की मौत हो गई जबकि पुलिस के 9 जवान घायल हुए। पुलिस ने ग्रामीणों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज और फायरिंग का सहारा लिया। सरकार की ओर से दावा किया गया कि यहां लोग अवैध अतिक्रमण करके रह रहे थे। इनमें से ज्यादातर पूर्वी बंगाल मूल के मुसलमान थे।