नंदीग्राम में विधानसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपने ही पुराने साथी शुभेंदु अधिकारी से हार का सामना करना पडा। ममता को शुभेंदु ने 1953 वोटों से हरा दिया है। इसके बाद तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता बौखला गए। गुस्साए तृणमूल कांग्रेस समर्थकों ने हल्दिया में शुभेंदु अधिकारी के काफिले पर पथराव किया। साथ ही पोलिंग बूथ पर भी गुस्साए तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं का गुस्सा देखने को मिला। उन्होंने भाजपा और शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। शुभेंदु अधिकारी ने काफिले पर हमले के लिए तृणमूल कांग्रेस की आलोचना की और आरोप लगाया कि पार्टी बंगाल में आतंक का माहौल बनाना चाहती है।
गौर हो कि नंदीग्राम तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच साख की लड़ाई बनी हुई थी। शुरुआत से ही उसे चुनाव में हॉट सीट माना जा रहा था। शुभेंदु अधिकारी की जीत और ममता बनर्जी की हार के साथ ही इस सीट पर लड़ाई खत्म हो गई है। जीत के लिए शुभेंदु अधिकारी ने ट्विटर के जरिए अपने समर्थकों का धन्यवाद किया। साथ ही उन्होंने जनता को भरोसा दिलाया कि आने वाले समय में वह नंदीग्राम के विकास के लिए काम करेंगे। वहीं नंदीग्राम में हार से बौखलाए तृणमूल कांग्रेस समर्थक दोबारा वोटों की गिनती की मांग कर रही हैं।
इस बारे में तृणमूल कांग्रेस के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने कोलकाता में चुनाव आयोग से मुलाकात भी की। उनकी मांग है कि नंदीग्राम में वोटों की गिनती दोबारा कराई जाए। नंदीग्राम शुरू से ही सुर्खियों में बना हुआ था और चुनाव परिणाम के दिन भी सुर्खियों में बना रहा। सुबह से ही नंदीग्राम में बढ़त को लेकर सांप और सीढ़ी का खेल चल रहा था। कभी ममता बनर्जी आगे जा रही थीं तो कभी भाजपा के उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी। सारा दिन नंदीग्राम को लेकर सभी की निगाहें टिकी हुई थीं।
शाम लगभग 5 बजे यह खबर आई कि ममता बनर्जी 1200 मत से नंदीग्राम में चुनाव जीत गई है। साथ ही ममता बनर्जी की पार्टी की राज्य की 215 सीटों पर जीत के साथ नंदीग्राम में जीत का दावा किया, हालांकि बाद में बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी आरिज आफताब ने कहा कि नंदीग्राम से शुभेंदु अधिकारी 1953 मतों से विजयी हुए हैं। पुनर्गणना होगी या नहीं। इस संबंध में रिटर्निंग ऑफिसर निर्णय लेंगे।