हिंदुस्तान की फिल्म इंडस्ट्री की जब भी बात की जाएगी तो कुछ चुनिंदा कलाकारों में नसीरुद्दीन शाह का नाम जरूर लिया जाएगा। बॉलिवुड के दिग्गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह आज 20 जुलाई 2020 को अपना 71वां जन्मदिन मना रहे हैं। थिअटर और सिनेमा में इंटरनैशनल लेवल पर ऐक्टिंग में अपना लोहा मनवा चुके नसीरुद्दीन शाह की फिल्मों के अलावा उनकी जिंदगी भी कम दिलचस्प नहीं है। नसीर को उनकी बेहतरीन अदाकारी के लिए भारत सरकार पद्म श्री और पद्म भूषण अवॉर्ड से नवाज़ चुकी है। आइए, जानते हैं उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ अनजाने किस्से।
नसीरुद्दीन शाह का जन्म 20 जुलाई, 1950 को उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में हुआ था.
नसीरुद्दीन शाह ने 18 साल की उम्र में राज कपूर और हेमा मालिनी की फिल्म ‘सपनो के सौदागर’ में काम किया था लेकिन फिल्म रिलीज होने से पहले उनका सीन एडिट कर दिया गया था.
उनका 19 साल की उम्र में अपने परिवार से झगड़ा हो गया था और उन्होंने 16 साल बड़ी मनारा सीकरी से शादी कर ली थी. उस समय नसीरुद्दीन का परिवार उनकी शादी से खुश नहीं था और सभी ने उन्हें शादी करने से मना कर दिया था.
करीब 200 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके नसीरुद्दीन शाह अपने पूरे करियर में थिअटर और टीवी से भी जुड़े रहे हैं। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से ग्रैजुएट होने के बाद नैशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से पास आउट हुए नसीरुद्दीन शाह फिल्मों में काम करने की इच्छा के साथ अपने NSD के दोस्त और साथी ओम पुरी के साथ एफटीआईआई, पुणे पहुंचे और यहीं से उनके फिल्मी करियर की शुरुआत हुई।
नसीर साब की दूसरी शादी रत्ना पाठक से हुई और इनके 2 बेटे इमाद शाह और विवान शाह हैं.
नसीरुद्दीन शाह के ससुर ‘बलदेव पाठक’ अपने जमाने के मशहूर दर्जी हुआ करते थे और वो सुपर स्टार राजेश खन्ना के कपड़े भी सिला करते थे
एक इंटरव्यू में नसीरुद्दीन शाह ने बताया था कि एफटीआईआई में ट्रेनिंग के दौरान एक फिल्म में उन्हें, ओम पुरी और शबाना आजमी को कास्ट किया जाना था लेकिन उनकी तस्वीर देखने के बाद शबाना आजमी ने उनके साथ काम करने से इनकार कर दिया था। शबाना का कहना था कि उन्हें ओम पुरी और नसीरुद्दीन शाह की शक्ल पसंद नहीं आई। हालांकि यह अलग बात है कि इन तीनों कलाकारों ने बाद में एक साथ कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया।
फिल्म ‘प्रेम अगन’ में फिरोज खान ने अपने बेटे फरदीन खान के पिता के रोल के लिए नसीर साब को अप्रोच किया था लेकिन नसीर साब ने वह रोल करने से मना कर दिया क्योंकि नसीरुद्दीन शाह एक चैलेंजिंग रोल की चाहत रखते थे फिर आखिरकार फिरोज खान ने नसीर साब को गले लगाकर कहा, ‘मैं आपकी भावनाओ को समझ सकता हूं.’
नसीरुद्दीन शाह को पहले ‘परिंदा’ फिल्म में नाना पाटेकर के किरदार के लिए लिया जाने वाला था. लेकिन बात बन नहीं पाई.
भारतीय फिल्मों में योगदान के लिए भारत सरकार ने नसीरुद्दीन शाह को ‘पद्म भूषण’ और ‘पद्म श्री’ से सम्मानित किया.
नसीरुद्दीन शाह को फिल्म ‘स्पर्श’, ‘पार’ और ‘इकबाल’ फिल्म के लिए नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है.
नसीरुद्दीन शा की फिल्मों की बात करें तो उन्होंने ‘आक्रोश,’ स्पर्ष ‘,’ मिर्च मसाला ‘,’ भवानी भवई ‘,’ अर्ध सत्य ‘,’ मंडी ‘और’ चक्र ‘जैसी फिल्मों में काम किया.