राजस्थान में अलवर जिले के राजगढ़ में तीन मंदिरों, 100 से ज्यादा मकानों और दुकानों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया है। जिन तीन मंदिरों पर बुलडोजर चलाया गया है, उनमें शिव परिवार का एक मंदिर करीब 300 साल पुराना है। मंदिर में स्थापित शिव लिग को कटर से काटा गया, जिससे उसका कुछ हिस्सा टूट गया। अन्य मूर्तियों की भी बेकद्री करते हुए कचरे में डाल दिया गया। मंदिर तोड़े जाने को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ दल कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
भाजपा शासित राजगढ़ नगर पालिका के फैसले पर गत दिनों कार्रवाई की गई थी, लेकिन बृज भूमिक कल्याण परिषद के अध्यक्ष पंकज गुप्ता ने इसको लेकर राजगढ़ के कांग्रेस विधायक जौहरीलाल मीणा, उपखंड अधिकारी केशव कुमार मीणा और नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी बीएल मीणा के खिलाफ पुलिस में शिकायत कर दी। इसमें उन्होंने मंदिर तोड़े जाने को लेकर साजिश करने का आरोप लगाया। इसके बाद यह मुद्दा सुर्खियों में आ गया। हालांकि, पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। उधर, मामला तूल पकड़ा तो स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि राजगढ़ नगर पालिका में भाजपा का बोर्ड है। सभापति और 34 पार्षद भाजपा के हैं। कांग्रेस का एकमात्र पार्षद है। बोर्ड ने प्रस्ताव पारित कर मंदिर, मकान और दुकान तोड़ने का निर्णय लिया था। इसमें राज्य सरकार का कोई सरोकार नहीं है। मामले में नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी बीएल मीणा को नोटिस देकर तीन दिन में तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। सरकार अपने स्तर पर भी जांच करवा रही है। जरूरत पड़ने पर बोर्ड के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बोर्ड ने पुलिस अधीक्षक से तोड़फोड़ किए जाने को लेकर पुलिस बल की मांग की थी। नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिह खाचरियावास ने कहा कि अगर लोग चाहेंगे तो सरकार मंदिर का निर्माण करवाएगी।