नई दिल्ली। वैश्विक दरों के अनुरूप भारत में आज सोने और चांदी की वायदा कीमत में गिरावट आई। एमसीएक्स पर जून डिलीवरी का सोना वायदा 0.4 फीसदी की गिरावट के साथ एक साल के निचले स्तर पर, 44,538 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। आज लगातार चौथे दिन इसमें गिरावट आई। जबकि चांदी 0.3 फीसदी गिरकर 63,985 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। पिछले सत्र में सोने में 0.8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी जबकि चांदी में एक फीसदी प्रति किलोग्राम की गिरावट आई थी। अगस्त में सोने की कीमत 56,200 रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची थी और इस साल अब तक कीमती धातु 5,500 रुपये प्रति 10 ग्राम नीचे है। चालू वित्त वर्ष 2020-21 के पहले 11 महीनों में सोने का आयात 3.3 फीसदी घटकर 26.11 अरब डॉलर रह गया। उल्लेखनीय है कि सोने का आयात देश के चालू खाते के घाटे (कैड) को प्रभावित करता है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में पीली धातु का आयात 27 अरब डॉलर रहा था। वाणिज्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार सोने के आयात में कमी से देश के व्यापार घाटे को कम करने में मदद मिली है। चालू वित्त वर्ष के पहले 11 माह में व्यापार घाटा कम होकर 84.62 अरब डॉलर रह गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 151.37 अरब डॉलर रहा था।
तीन वर्षों में 9000 किलोग्राम डिजिटल सोने की बिक्री
देश में पिछले तीन साल में 8,000 से 9,000 किलोग्राम डिजिटल गोल्ड की खरीद-बिक्री हुई है। इसमें अब तक सात-आठ करोड़ लोग निवेश कर चुके हैं। इस कारोबार से जुड़े जानकारों का कहना है कि मध्य वर्ग परिवारों में सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव और घर में रखने पर चोरी को लेकर हमेशा डर बना रहता है। वहीं, डिजिटल गोल्ड की खरीद में ऐसी कोई समस्या नहीं हैं। उनका कहना है कि वर्तमान में जब तकनीक और निवेश के लिए नए रास्ते तलाशे जा रहे हैं तो इसमें डिजिटल गोल्ड की भी मजबूत जगह बनती जा रही है।