फिल्म ‘काली” के पोस्टर पर मां काली को सिगरेट पीते हुए दिखाए जाने को लेकर फिल्म की निर्माता लीना मणिमेकलाई सहित कई के खिलाफ दिल्ली और उत्तर प्रदेश में मामले दर्ज किए गए हैं। साहिबाबाद के भाजपा विधायक सुनील शर्मा ने भी डाक्यूमेंट्री काली को लेकर मंगलवार को फिल्ममेकर लीना मणिमेकलाई के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बिहार में भी कोर्ट में परिवाद दायर किया गया है। मध्य प्रदेश में गृहमंत्री ने नाराजगी जताए हुए केस दर्ज कराए जाने की बात कही है। उधर, भारत सरकार ने कनाडा के अधिकारियों से संबंधित आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
तमिलनाडु के मदुरै में जन्मी और वर्तमान में कनाडा के टोरंटो में रह रहीं लीना मणिमेकलाई ने अपनी फिल्म काली का पोस्टर टि्वटर के जरिये साझा किया। इसके बाद विवाद खड़ा हो गया। आरोप लगाया गया कि फिल्म में देवी का अपमानजनक तरीके से चित्रण किया गया है। पोस्टर में देवी को धूमपान करते हुए दिखाया गया है। इसको लेकर दिल्ली में केस दर्ज किया गया है। लखनऊ सिविल कोर्ट के अधिवक्ता वेद प्रकाश शुक्ला ने भी फिल्म की निर्माता लीना मणिमेकलाई, एसोसिएट प्रोड्यूसर और एडिटर श्रवण ओनाचन के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। उनके मुताबिक, सोमवार को उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर एक चित्र वायरल होते देखा, जिसमें हिंदू की आराध्य देवी मां काली को सिगरेट पीते दिखाया गया है। इस चित्र से लोगों में आक्रोश है। यह धर्म का अपमान है। इससे कोई भी अप्रिय घटना भी हो सकती है, क्योंकि हिंदू आस्था का मजाक उड़ाया गया है।
फिल्म की निर्माता लीना मणिमेकलाई व अन्य के विरुद्ध बिहार के मुजफ्फरपुर में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में सदर थाना क्षेत्र के लहलादपुर पताही निवासी वकील सुधीर कुमार ओझा ने परिवाद दाखिल किया है। अन्य आरोपितों में फिल्म के एसोसिएट प्रोड्यूसर आशा पुर्णचन एवं लेखक व एडिटर सरवण भी शामिल हैं। कोर्ट ने परिवाद पर सुनवाई के लिए 16 जुलाई की तिथि तय की है।
मध्य प्रदेश के गृृहमंत्री ने कहा- दर्ज कराएंगे एफआइआर
फिल्म के पोस्टर को लेकर मध्य प्रदेश के गृृहमंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने आपत्ति जताई है। मध्य प्रदेश में भी पोस्टर लगाए जाने पर उन्होंने फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलाई को तत्काल पोस्टर हटाने और माफी मांगने के लिए कहा है। ऐसा न करने पर एफआइआर कराने और कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। गृृहमंत्री ने कहा कि यह बेहद आपत्तिजनक है। मां काली का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। निर्माता ने पोस्टर नहीं हटवाए तो कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मध्य प्रदेश में इस फिल्म को कैसे प्रतिबंधित किया जा सकता है, उस पर विचार किया जाएगा। उन्होंने निर्माता मणिमेकलाई से पूछा कि ऐसी फिल्म हमारे देवी-देवताओं पर ही क्यों, दूसरे किसी धर्म पर इस तरह की विवादित फिल्म बनाने की हिम्मत क्यों नहीं करते हैं।