नई दिल्ली। देश में कोरोना की अभी दूसरी लहर जारी है। रोजाना संक्रमित मिलना कम होते जा रहे हैं और मौतों का आंकड़ा भी कम हो रहा है। पर इस महामारी की वजह से हर वर्ग प्रभावित हुआ है। कई उद्योग-धंधे बंद हो चुके हैं तो लाखों लोगों की नौकरी जा चुकी है। इसी के चलते स्कूलों और कॉलेजों की पढ़ाई भी प्रभावित हुई और सरकारों ने जनरल प्रमोशन देकर बच्चों को पास किया है। ऐसे में सीबीएसई ने भी 10वीं के एग्जाम रद्द कर दिए थे। वहीं 12वीं के बोर्ड एग्जाम को लेकर अब तक असमंजस बना हुआ है। इसी बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंकने 12वीं की बोर्ड परीक्षा को लेकर बड़ा संकेत दिया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक जुलाई में 12वीं के बोर्ड एग्जाम कराए जा सकते हैं। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ होने वाली इस परीक्षा को ‘लिमिटेड फॉर्मेटÓ में करवाया जाएगा। इसके तहत स्टूडेंट्स को केवल अनिवार्य विषयों की ही परीक्षा देनी होगी। इस एग्जाम की समय अवधि भी 3 घंटे से कम रखी जाएगी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा, ‘कोरोना महामारी के मौजूदा माहौल में बोर्ड परीक्षा करवाना एक बड़ी चुनौती है. अगर बारहवीं की बोर्ड परीक्षा की बात की जाए तो वह हर छात्र के करियर ग्राफ और जीवन के रोडमैप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.Ó
राज्यों ने भी जताई सहमति
शिक्षा मंत्री ने कहा कि 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर 21 मई को एक अहम मीटिंग हुई थी. जिसमें अधिकतर प्रदेशों के शिक्षा मंत्री शामिल हुए थे. लगभग सभी मंत्रियों ने इस बात पर सहमति व्यक्त की थी कि 12वीं की बोर्ड परीक्षा करवाई जानी चाहिए. इसके लिए मंत्रियों ने ‘लिमिटेड फॉर्मेटÓ में परीक्षा कराए जाने को बेहतर बताया था.