
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाओं को संघ लोक सेवा आयोग के मॉडल के अनुरूप पारदर्शी बनाने के लिए सुझाव देने हेतु आयोग का गठन किया गया है। संघ लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. प्रदीप कुमार जोशी को आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है। साय सरकार सीजीपीएससी को पारदर्शी करने की पुरी तैयारी कर ली है। इधर CGPSC को पारदर्शी बनाए जाने को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ढकोसला बता रही है। बैज का कहना है कि इससे पहले भी यूपीएससी के तर्ज पर होता था।
वहीं यूपीएससी के तर्ज पर सीजीपीएससी द्वारा तैयार किए गए मोबाइल एप के जरिए ऑनलाइन फार्म भरे जाने पर अरुण साव ने कहा कि एक समिति बनाई गई है। छत्तीसगढ़ पीएससी की परीक्षा पारदर्शी हो, निष्पक्ष हो उसके लिए यह कमेटी बनाई गई है। कमेटी की रिपोर्ट आनी बाकी है। आधुनिक तकनीक के माध्यम से भी पारदर्शिता निष्पक्षता लेकर आना है। हमारी सरकार उस पर विचार कर रही है।
फिलहाल सीजीपीएससी मे किसी भी प्रकार का गड़बड़ी न हो इसके लिए यूपीएससी की तर्ज पर मोबाईल ऐप बनाया गया है, जो सितंबर मे शुरु जाएगा। इसमें पूरी जानकारी होगी। सीजीपीएससी शामिल होने वाले परीक्षार्थी इसी से आवेदन करेंगे और रिजल्ट भी देख सकेंगे। वही आयोग की ओर से जो प्रवेश पत्र दिए जाएंगे उसमें क्युआर कोड होगा जो सेंटर मे स्केन किए जाएंगे। डिटेल मिलान होने के बाद ही एंट्री दी जाएगी।