रायपुर। पीएम आवास दिलाने के नाम पर कमीशनखोरी के आरोपों से घिरीं जगदलपुर नगर निगम की कांग्रेसी पार्षद का अब एक वीडियो वायरल हो रहा है। लगभग 1 मिनट के इस वीडियो में पार्षद वार्डवासियों को धमकियां देते हुए दिख रही हैं। पार्षद कह रही हैं कि जब तक मेरा हुकुम चलेगा तब तक मैं यहां तुम लोगों को रहने नहीं दूंगी। पैसा लौटा दूंगी, लेकिन अब घर नहीं दूंगी। कलेक्टर बोले हैं काम हो जाएगा, लेकिन अब देखना इन लोगों का मैं क्या करती हूं? इस वीडियो को वार्ड की महिलाओं ने बनाया और सोशल मीडिया में वायरल कर दिया है। दरअसल, जगदलपुर नगर निगम के संजय गांधी वार्ड की महिलाएं पार्षद कोमल सेना के पास पहुंची थीं। महिलाओं ने पार्षद से कहा कि या तो उन्हें उनके 25-25 हजार रुपए लौटा दें या फिर उन्हें पीएम आवास का लाभ दिलवाएं। इस बीच पार्षद और महिलाओं के बीच जमकर तू-तू, मैं-मैं हुई। गुस्से से भड़की पार्षद ने महिलाओं को अपने पार्षद होने का रौब दिखाना शुरू कर दिया। पार्षद ने महिलाओं से कहा कि मैं तुम लोगों को यहां रहने नहीं दूंगी। वार्डवासियों ने कहा कि हम लोग ने आप को वोट देकर जिताया है। तो पार्षद ने कहा कि तो अब मेरे सिर पर बैठोगे क्या? जब वार्ड के लोगों ने कहा कि हम आपको अब वोट नहीं देंगे तो पार्षद बोलीं मुझे आप लोगों के वोट की आवश्यकता नहीं हैं। दो दिन पहले पार्षद के वार्ड की एक महिला के साथ बातचीत का एक आडियो भी वायरल हुआ था। उसमें पार्षद कह रही थी कि आगे वाला आदमी बोला कि मैं दिलवा दूंगा, इस बेस पर ही मैं इस सब चीज को की। मेरा उद्देश्य आप लोगों को न तो परेशान करने का है और न ही तकलीफ देने का है। मैं भी फंस गईं हूं। जो करने वाला था वो तो चले गया है। भले ही आगे वाला व्यक्ति चले गया है लेकिन मैं तो खड़ी हूं सबका काम करके मैं दूंगी। मेरी खुद की स्थिति भी अभी खराब है यदि मेरे पास पैसे होते हैं तो मैं आप लोगों को पैसे लौटा देती और अपनी खुद की स्थिति भी ठीक कर लेती।
10 लाख रुपए से ज्यादा की धोखाधड़ी का आरोप
पार्षद कोमल सेना पर पीएम आवास का लाभ दिलाने के नाम पर 10 लाख रुपए से ज्यादा कि धोखाधड़ी का आरोप लगा है। वार्ड के 40 से ज्यादा लोगों ने पीएम आवास का लाभ लेने के लिए 25-25 हजार रुपए महिला पार्षद को दिए थे। साल 2020 में वार्ड में घूम-घूम कर लोगों से कहती रही कि एक आॅफर आया है, 25 हजार रुपए दो और पीएम आवास पाओ। लेकिन यह आफर केवल झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों के लिए है। वहीं पार्षद ने अपने ऊपर लगे इस आरोप को निराधार बताया था।
महापौर बोलीं- मेरे पास अब तक शिकायत नहीं आई
इस मामले में जगदलपुर नगर निगम की महापौर सफिरा साहू ने कहा कि, जिस तरह से शिकायत मिली है यह पुलिस का काम है कि मामले की जांच करें। उनकी जांच प्रक्रिया चालू है। हमारी कांग्रेस पार्टी भी चाहती है कि मामले के संबंध में निष्पक्षता से जांच हो। जो भी आरोपी हो उसे सजा मिलनी चाहिए। जिस तरह से पैसा लेने का मामला सामने आ रहा है। अब तक एक भी वार्ड के लोगों ने मेरे पास आकर शिकायत नहीं कि है। यदि शिकायत हमें मिलती तो हम लोग भी इसमें जांच करते।