माराकाना। मुकाबला रोचक था, बड़ा था. रोमांच हदें पार कर रहा था। रियो डि जेनेरो के माराकाना स्टेडियम में शोर भी कुछ कम नहीं था और होता भी कैसे नहीं । मैदान पर आमने सामने साउथ अमेरिकी फुटबॉल की दो पावरहाउस जो थीं। एक तरफ अर्जेंटीना था तो दूसरी ओर ब्राजील। एक को अपने पास मेसी होने का गुमां था तो दूसरा नेमार को लेकर नाज कर रहा था. घर में खेलने और टूनार्मेंट में बेहतर रिकॉर्ड के नाते पलड़ा ब्राजील का भारी आंका जा रहा था. लेकिन अर्जेंटीना का माराकोना पर इतिहास सुनहरा रहा था और, अपने उसी इतिहास को बरकरार रखते हुए उसने न सिर्फ ब्राजील को हरा दिया बल्कि 28 साल से चले आ रहे खिताबी जीत के सूखे को भी खत्म कर दिया। मुकाबले के दौरान शुरू से ही दोनों टीमों ने जबरदस्त खेल दिखाया. शुरुआत से ही एक दूसरे पर हावी होने की जोर आजमाइश चलती दिखी. अर्जेंटीना ने इसका फायदा मैच के शुरुआती मिनटों में ही उठा लिया. खेल अभी पहले हाफ के 22वें मिनट में ही था कि अर्जेंंटीना ने ब्राजील के पोस्ट पर गोल दागकर 1-0 की बढ़त ले ली. अर्जेंटीना के लिए ये गोल डि मारिया ने दागा. इसके बाद मैच के पहले हाफ में फिर एक भी गोल नहीं हो सका. दूसरे हाफ में ब्राजील ने बराबरी की पूरी कोशिश की. 52वें मिनट में उसने गेंद को अर्जेंटीना के गोलपोस्ट में भी डाला पर रेफरी ने उसे ऑफ साइड करार दे दिया। इसके बाद मैच में और कोई बड़ी हरकत नहीं हुई. और, इस तरह अर्जेंटीना ने 1-0 से हराते हुए कोपा अमेरिका में ब्राजील की बादशाहत को खत्म कर दिया. वो इस टूर्नामेंंट का नया चैंपियन बना।