देश को 2 और स्वदेशी टीके आने वाले दिनों में उपलब्ध होंगे। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने लोकसभा में यह जानकारी दी। मंडाविया ने ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (संशोधन) विधेयक, 2021’ के पारित होने पर कहा कि दोनों नए टीकों के लिए तीसरे चरण के परीक्षण (ट्रायल) के आंकड़े जमा कर दिए गए हैं।
उन्होंने उम्मीद जताया कि दोनों नए टीकों का डेटा और ट्रायल सफल होगा। ये दोनों कंपनियां भारतीय हैं, इससे जुड़ा शोध और निर्माण भी देश में ही किया गया है। सरकार की मदद से भारतीय वैज्ञानिकों ने सिर्फ 9 महीनों में वैक्सीन विकसित कर लिया।
सरकार ने देश में 51 एपीआई (सक्रिय फार्मास्युटिकल सामग्री) के निर्माण को सुनिश्चित करने के लिए 14,000 करोड़ रुपये की उत्पादक लिंक्ड प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दी है। दरअसल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया लोकसभा में ‘राष्ट्रीय औषधि शिक्षण और अनुसंधान संस्थान (संशोधन) विधेयक 2021’ पेश करने के बाद बोल रहे थे। इस दौरान कई सदस्यों ने देश में औषधि अनुसंधान (फार्मास्युटिकल रिसर्च) को बढ़ावा देने और समयबद्ध तरीके से बेहतर रिसर्च सेंटर्स को स्थापित करने की मांग की।
मांडविया ने विधेयक को चर्चा और पारित कराने के लिए रखते हुए कहा कि औषधि क्षेत्र के शैक्षणिक संस्थान राष्ट्रीय महत्व के संस्थान बनें, इनमें शोध हो तथा शैक्षणिक संस्थान स्थापित हो सकें, इस उद्देश्य के साथ यह विधेयक लाया गया है।
सरकार ने देश में 51 एपीआई (सक्रिय फार्मास्युटिकल सामग्री) के निर्माण को सुनिश्चित करने के लिए 14,000 करोड़ रुपये की उत्पादक लिंक्ड प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दी है। दरअसल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया लोकसभा में ‘राष्ट्रीय औषधि शिक्षण और अनुसंधान संस्थान (संशोधन) विधेयक 2021’ पेश करने के बाद बोल रहे थे। इस दौरान कई सदस्यों ने देश में औषधि अनुसंधान (फार्मास्युटिकल रिसर्च) को बढ़ावा देने और समयबद्ध तरीके से बेहतर रिसर्च सेंटर्स को स्थापित करने की मांग की।
मांडविया ने विधेयक को चर्चा और पारित कराने के लिए रखते हुए कहा कि औषधि क्षेत्र के शैक्षणिक संस्थान राष्ट्रीय महत्व के संस्थान बनें, इनमें शोध हो तथा शैक्षणिक संस्थान स्थापित हो सकें, इस उद्देश्य के साथ यह विधेयक लाया गया है।