पुरी। कोरोना का असर इस साल भी पुरी की रथ यात्रा में देखने को मिलेगा। सतर्कता बरतते हुए ओडिशा सरकार ने रथ यात्रा के एक दिन पहले से ही शहर में कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया है। सख्ती बरतते हुए यह भी आदेश निकाला गया है कि लोग अपने घरों व होटलों की छत से भी रथ यात्रा के दर्शन करने की अनुमति नहीं दी है है। इस आदेश के बाद अन्य शहरों से यात्रा के दर्शन करने जाने वाले लोगों के अब होटलों की छत से भी दर्शन करने की अनुमति नहीं मिलेगी।
प्रशासन ने अपने फैसले की समीक्षा की है और रथयात्रा का दृश्य घरों एवं होटलों की छतों से देखने पर भी पाबंदी लगा दी गयी है. उन्होंने कहा कि 12 जुलाई को होने वाले इस उत्सव से एक दिन पहले पुरी शहर में कर्फ्यू लगाया जाएगा जो अगले दिन दोपहर तक प्रभाव में रहेगा। इतना ही नहीं रथयात्रा में शामिल होने वाले पुजारियों, पुलिस कर्मियों और सरकारी अधिकारियों को कम से कम चार बार आरटी-पीसीआर जांच से गुजरना होगा। यह फैसला कोविड-19 संक्रमण के खतरे को न्यूनतम करने के प्रयास के तहत किया गया है। श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के अध्यक्ष डॉ.कृष्ण कुमार की अध्यक्षता में पुरी में हुई बैठक में सभी हितधारक इस फैसले पर सहमत हुए कि लगातार जांच से 12 जुलाई को होने वाली भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा की तैयारी में लगे सभी व्यक्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ का यह उत्सव कोविड-19 महामारी के चलते लगातार दूसरे वर्ष बिना श्रद्धालुओं की भागीदारी के मनाया जा रहा है। उन्होंने शहर के लोगों से टेलीविजन पर इस उत्सव का सीधा प्रसारण देखने की अपील की है।