बुधवार यानि भगवान गणेश जी को खुश करने का सर्वश्रेष्ठ दिन माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि भगवान गणेश जो सबसे जल्दी अपनी भक्तों की मुराद पूरी करें एक बात आती है कि पढ़ने वाले बच्चों को गणेश जी की रोज पूजा करनी चाहिए क्योंकि वह बुद्धि के देवता है। तो जानिए कुछ आसान तरीके गजानन को खुश करने के।
आज की पूजा की शुरुआत भगवान गणेश जी के मंत्र के साथ करें, मंत्र : ऊँ एकदन्ताय विहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्ति: प्रचोदयात। … मंत्र : एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात।। महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात।। गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात।।
इस मंत्र के जप से भगवान अति प्रसन्न होते हैं।
शास्त्रों में के अनुसार शमी ही एक मात्रा पौधा है जिसकी पूजा से गणेश जी और शनि दोनों प्रसन्न होते हैं। ऐसे माना जाता है कि भगवान श्री राम ने भी रावण पर विजय पाने के लिए शमी की पूजा की थी।
शमी गणेश जी को अत्यंत प्रिय है। शमी के कुछ पत्ते नियमित गणेश जी को अर्पित करें तो घर में धन एवं सुख की वृद्घि होती है।
भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए पवित्र चावल अर्पित करें। पवित्र चावल उसे कहा जाता है जो टूटा हुआ नहीं हो। उबले हुए धान से तैयार चावल का पूजा में प्रयोग नहीं करें।
सूखा चावल गणेश जी को नहीं चढ़ाएं। चावल को गीला करें फिर, ‘इदं अक्षतम् ऊं गं गणपतये नमः’ मंत्र बोलते हुए तीन बार गणेश जी को चावल चढ़ाएं।
सिंदूर की लाली गणेश जी को बहुत पसंद है। गणेश जी की प्रसन्नता के लिए लाल सिंदूर का तिलक लगाएं। गणेश जी को न तिलक लगाने के बाद अपने माथे पर सिंदूर का तिलक लगाएं। इससे गणेश जी की कृपा प्राप्त होती है।
मोदक भगवान को बहुत पसंद है। भगवान को मोदक का भोग लगाएं इससे अच्छा भोग भगवान के लिए कुछ नही हो सकता।