कांग्रेस से एक तो भाजपा से दो सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा ही शेष है। मगर, दोनों ही पार्टियां बगावत की आग में झूलस रही हैं। कांग्रेस को 42 सीटों पर तो भाजपा में 22 सीटों पर भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं 6 सीटों पर भाजपाइयों ने तो 5 सीटों पर कांग्रेसियों ने बगावत कर अपनी-अपनी पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व के निर्णय को खुली चुनौती दे रखी है। कांग्रेस में तो दूसरी सूची जारी होने के बाद भोपाल से लेकर कई जिलों में प्रदर्शन-विरोध का सिलसिला जारी रहा। हालांकि दोनों ही पार्टियां कार्यकर्ताओं को मना लिए जाने का दावा कर रही हैं।
भाजपा में 22 सीटों पर विरोध, 6 पर बगावत
सिंधिया की कार के सामने लेटे नाराज कार्यकर्ता
जबलपुर में 4 कार्यकर्ताओं पर केस, फिर जमानत
कांग्रेस में 42 सीटों पर कार्यकर्ताओं का घमासान
भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर विरोध-प्रदर्शन
दिग्विजय सिंह की फोटो पर पोत दिया गोबर
कमलनाथ के बंगले के बाहर कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
मध्य प्रदेश में भाजपा उम्मीदवारों की 5वीं लिस्ट जारी होने के बाद 22 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों का विरोध हो रहा है। कार्यकर्ता नारेबाजी कर और पुतला दहन कर नाराजगी जता रहे हैं। ग्वालियर में तो कार्यकर्ता केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की कार के सामने लेट गए। बुरहानपुर में दिवंगत सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्षवर्धन सिंह ने शक्ति प्रदर्शन किया। पूर्व मंत्री रंजना बघेल ने कैलाश विजयवर्गीय पर टिकट कटने का आरोप लगाया है तो पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ने अपने मामा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता ‘रार नहीं ठानूंगा, हार नहीं मानूंगा…’ पोस्ट कर गुस्सा जाहिर किया। भोपाल में पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता के समर्थकों ने प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को घेरा। मंडल स्तर के 17 पदाधिकारियों ने सबनानी के विरोध में इस्तीफा दिया। इस सबके बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर कर लिया जाएगा और सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर चुनावी मैदान में नजर आएंगे।
भाजपा 22 सीटों पर विरोध, सबसे ज्यादा जबलपुर में हंगामा
22 सीटों में से 10 में वर्तमान में भाजपा विधायक हैं।
इन सीटों पर हो रहा विरोध
टीकमगढ़, पवई, भोपाल दक्षिण पश्चिम, त्यौंथर, जबलपुर उत्तर, उज्जैन उत्तर, बुरहानपुर, जोबट, अलीराजपुर, काला पीपल, ग्वालियर पूर्व, ग्वालियर दक्षिण, अटेर, रैगांव, नागौद, वारासिवनी, होशंगाबाद, भिंड, महू, मनावर, महेश्वर और देपालपुर।
कांग्रेस में भी कई सीटों पर प्रत्याशियों का विरोध हो रहा है। नाराज कार्यकर्ताओं ने भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान पीसीसी दफ्तर में तोड़फोड़ कर दी। वहीं, दिग्विजय सिंह की फोटो पर गोबर पोत दिया। साथ ही कमलनाथ के बंगले के बाहर भी प्रदर्शन किया गया। कार्यकर्ताओं ने यहीं पर पंगत लगाकर खाना खाकर विरोध जताया। इस तीब्र विरोध और उग्र प्रदर्शन के बावजूद कांग्रेस का दावा है कि कार्यकर्ता एकजुट होकर मैदान में दिखाई देगा। चुनाव से पहले टिकट वितरण के बाद कार्यकर्ताओं की नाराजगी हर बार चुनाव में देखने को मिलती है, लेकिन इस बार विरोध कुछ ज्यादा ही हो रहा है। यह विरोध दोनों ही राजनीतिक दलों के लिए एक चिंता का विषय बन गया है। ऐसे में इन दलों के नेतृत्व का मानना है कि भीतरघात या कार्यकर्ताओं की नाराजगी कही भारी न पड़ जाए।
कांग्रेस में 42 सीटों पर विरोध, हंगामे का केंद्र पीसीसी
42 सीटों में से कांग्रेस के आठ वर्तमान विधायक हैं।
इन सीटों पर हो रहा विरोध
सुमावली, ग्वालियर दतिया, पिछोर, निवाड़ी, नागौद, सिरमौर, , सेमरिया, रीवा, गोटेगांव, पिपरिया, कुरवाई, भोपाल उत्तर, बैरसिया, गोविंदपुरा, हुजूर, नरसिंहगढ़, खातेगांव, नेपानगर, बुरहानपुर, बदनावर, रतलाम ग्रामीण, जावरा, जावद, जौरा, ग्वालियर ग्रामीण, डबरा, सेवढ़ा, भांडेर, सुर्खी, नरयावली, खरगापुर, बिजावर, पवई, गुन्नौर, नागौद, त्योंथर, हरदा, बुधनी, इंदौर 4, उज्जैन उत्तर और आलोट ।