सिंह के बाड़े में हाथियों का डेरा-चौंकिए नहीं हम बात कर रहे हैं छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री सिंहदेव के बाड़े की। सूरजपुर जिले के खड़गांव में स्थित नर्सरी में 17 हाथियों ने डेरा डाल दिया है। इससे गांव में खलबली मच गई है। नर्सरी के आसपास आबादी क्षेत्र है। हाथियों का दल इस क्षेत्र से अलसुबह गुजर रहा था। इस दौरान उजाला हो जाने के कारण हाथी जंगल की ओर नहीं बढ़ सके और मंत्री के नर्सरी में प्रवेश कर गए। हाथियों द्वारा अभी तक किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाया गया है। नर्सरी के अगल-बगल आबादी क्षेत्र होने के कारण वन कर्मियों द्वारा हाथियों की निगरानी की जा रही है। ग्रामीणों को समझाया जा रहा है कि वे असुरक्षित तरीके से हाथियों को खदेड़ने की कोशिश न करें।
17 हाथियों का एक दल पखवाड़े भर से बलरामपुर जिले के राजपुर वन परिक्षेत्र के रेवतपुर जंगल में डेरा जमाया था। दिनभर जंगल में रहने वाले हाथी शाम ढलने के बाद नजदीक के खेतों में पहुंच जाया करते थे। हाथियों द्वारा गन्ना, ग्रीष्मकालीन धान और गेहूं की फसल को नुकसान भी पहुंचाया गया। पहली बार इस क्षेत्र में घुसे हाथी पिछले दो दिनों से पुराने निवासी क्षेत्र मोहनपुर जंगल की ओर बढ़ रहे थे। ग्रामीणों की घेराबंदी के कारण वे आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं।
गुरुवार रात हाथी जंगल से निकलने के बाद अपने क्षेत्र के जंगल की ओर आगे बढ़े। रास्ते में खेतों में खड़ी फसल को खाकर और पैरों से रौंदकर नुकसान पहुंचाया। तड़के हाथियों ने अंबिकापुर-प्रतापपुर मुख्य मार्ग को पार किया, जैसे ही वे जंगल के दूसरी ओर पहुंचे ग्रामीणों की आवाजाही शुरू हो गई। दिन का उजाला भी हो गया था। नजदीक में ही प्लांटेशन एरिया देखकर हाथी वहीं घुस गए। यह प्लांटेशन कैबिनेट मंत्री टीएस सिंहदेव का है।
यहां बांस, आरकेसिया सहित इसी प्रजाति के दूसरे पौधे रोपित किए गए हैं, जो बड़े हो चुके हैं। सुरक्षित स्थान देखकर हाथियों का दल यहीं बाड़े में रुका हुआ है। हाथियों द्वारा अभी तक किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया है।
आबादी क्षेत्र के नजदीक होने के कारण हाथी देखने की मंशा से ग्रामीणों के पहुंचने की संभावना के मद्देनजर वन विभाग द्वारा निगरानी कराई जा रही है, जो भी ग्रामीण वहां पहुंच रहे हैं उन्हें वापस घर भेजा जा रहा है। वन विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि प्लांटेशन एरिया को चारों ओर से सीपीटी गड्ढे से सुरक्षित किया गया है लेकिन हाथी बड़े आराम से इससे पार हो गए और प्लांटेशन एरिया में पहुंच गए हैं।
हाथियों की निगरानी में लगे वन कर्मचारियों ने बताया कि दल में 17 हाथी हैं, जिसमें 6 बच्चे हैं। बच्चों के कारण हाथियों का यह दल तेजी से आगे नहीं बढ़ पाता है। अंधेरा होने के दौरान ही हाथी सड़क पार कर चुके थे लेकिन थोड़ा आगे बढ़ने पर बच्चे आगे नहीं जा रहे थे, जिसे देखते हुए हाथियों ने भी नजदीक के प्लांटेशन में ही डेरा जमा लिया है।
हाथियों के इस दल का सुरक्षित ठिकाना सूरजपुर जिले का मोहनपुर-चंद्रपुर का घना जंगल है। अधिकांश समय हाथी इसी जंगल में गुजारते है। जंगल के नजदीक बड़ा बांध है। जंगल मे हाथियों के लिए चारा की भी पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित हो जाती है। हाथी अपने अनुकूल रहवास क्षेत्र में ही जाने के लिए उसी रुट पर आगे बढ़ रहे थे। यह दल आक्रामक है। बच्चों के कारण इंसानों को देखते ही दौड़ाना शुरू कर देते हैं।