रायपुर। ये बात सच है की आंख मूंद कर किसी पर विश्वास नहीं करना चाहिए।
इसका उदाहरण प्रदेश के 3 फर्जी डिग्रीधारी डॉक्टरों पर हुई कार्रवाई के बाद सच साबित हो गई है।
इन डॉक्टरों का लाइसेंस निरस्त किया गया। छत्तीसगढ़ आयुर्वेदिक तथा यूनानी चिकित्सा पद्धति एवं प्राकृतिक चिकित्सा बोर्ड में पंजीकृत तीन आयुर्वेद चिकित्सक गोविन्द राम चन्द्राकर (ग्राम-हनौदा, दुर्ग), डॉ. अजय कुमार जंघेल (ग्राम-पंडरिया, राजनांदगांव) एवं डॉ. खगेश्वर वारे (ग्राम-हिरी, सारंगढ़-रायगढ़) के शैक्षणिक दस्तावेज फर्जी पाए जाने की वजह से उनका पंजीयन रद्द कर दिया गया है।इसका आदेश भी जारी हो गया है।