पंजाब और हरियाणा के किसान मोदी सरकार के कृषि बिल के खिलाफ सड़कों पर हैं। ये किसान कृषि से जुड़े तीन बिल को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इस बीच पंजाब के मुक्तसर स्थित बादल गांव में प्रदर्शन कर रहे एक किसान ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के घर बाहर जहर खा लिया। उसे आनन-फानन में तत्काल अस्पताल ले जाया गया। डाक्टरों के मुताबिक उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के घर के बाहर धरने पर बैठे किसान प्रीतम सिंह ने शुक्रवार सुबह 6 बजकर 30 मिनट पर जहर खा लिया। वह मानसा के अकाली गांव का रहने वाला है। प्रीतम सिंह को तत्काल पहले बादल गांव के सरकारी अस्पताल में एडमिट कराया गया। इसके बाद उसे बठिंडा के मैक्स हॉस्पिटल में ले जाया गया है जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
यह विवाद केंद्र सरकार के तीन कृषि विधेयकों को लेकर है। इसमें कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) बिल, मूल्य आश्वासन और कृषि सेवाओं पर किसान (संरक्षण एवं सशक्तिकरण बिल) और आवश्यक वस्तु संशोधन बिल शामिल है। इन अध्यादेशों को लेकर यह कहा जा रहा है कि किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य ही आमदनी का एकमात्र जरिया है, अध्यादेश इसे भी खत्म कर देगा। इसके अलावा कहा जा रहा है कि ये अध्यादेश साफ तौर पर मौजूदा मंडी व्यवस्था का खात्मा करने वाले हैं। हालांकि सरकार संसद में भी साफ कर चुकी है कि विपक्ष अफवाह फैला रहा है। तीनों बिल किसानों की आमदनी बढाने और उनके हितों की रक्षा के लिए लाया गया है। सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं खत्म कर रही है। बिल का विरोध किसानों के दलाल और आढती कर रहे हैं। इससे किसानों को फायदा और उनका एकाधिकार खत्म हो जाएगा।