राजपथ के कर्तव्य पथ बनने के बाद होने जा रहे गणतंत्र दिवस समारोह को यादगार बनाने के लिए इस बार भव्य परेड के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों में कई नई श्रृंखला शुरू की जा रही हैं। राफेल और सुखोई समेत वायुसेना के लड़ाकू विमानों के करतबों के साथ कर्तव्य पथ के आकाश पर नौसेना का सबसे पुराना टोही विमान आइएल 38 पहली और आखिरी बार अपने जौहर दिखाएगा। सांस्कृतिक झांकियां भी बदलते भारत के नए अंदाज और अहसास का अनुभव कराएंगी। मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सिसी 74वें गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि होंगे और मिस्र की सेना के 120 सदस्यों की टुकड़ी पहली बार कर्तव्य पथ पर सलामी मार्च पास्ट का हिस्सा होगी।
कर्तव्य पथ पर बेशक गणतंत्र दिवस समारोह का बड़ा रोमांच लड़ाकू विमानों का फ्लाइ पास्ट होगा जिसमें इस बार 50 विमान हिस्सा लेंगे। इसमें 23 फाइटर जेट, 18 हेलीकाप्टर, आठ मिलिट्री ट्रांसपोर्ट विमान और एक पुराना विमान होगा और यह पुराना विटेज विमान नौसेना का टोही विमान आइएल 38 होगा। नौसेना के इस विमान को गणतंत्र दिवस परेड में पहली और आखिरी बार देखा जाएगा क्योंकि इस साल के आखिर में आइएल 38 विमान रिटायर कर दिया जाएगा। वायुसेना का नेतृत्व महिला वायुसैनिक स्क्वाड्रन लीडर सिधू रेड्डी करेंगी।
इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में दर्शकों की संख्या भले ही कम कर दी गई है मगर इसमें जनभागीदारी बढ़ाते हुए वीआईपी आमंत्रण पास की संख्या में भारी कटौती की गई है। रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने गणतंत्र दिवस परेड कार्यक्रमों के बारे में बताया कि कुल 45 हजार दर्शक राष्ट्रीय राजधानी में कर्तव्य पथ पर भव्य गणतंत्र दिवस परेड देखने आएंगे। इससे पूर्व हर साल 1.25 लाख से अधिक लोगों को आमंत्रित किया जाता था। 32 हजार टिकट आनलाइन बेचे गए हैं और कुछ टिकटें काउंटर से भी जनता को मिलेंगी। जबकि वीआइपी मेहमानों को 12 हजार अतिथि पास ही जारी किए जाएंगे, जिनकी संख्या पहले 50-60 हजार से भी अधिक होती थी।
बीटिग रिट्रीट समारोह की 10 प्रतिशत सीटें भी आम जनता के लिए आरक्षित हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनभागीदारी के दृष्टिकोण से समारोहों की योजना बनाई गई है। समारोह की शुरुआत नेताजी सुभाषचंद्र बोस और आइ्रएनए के दिग्गजों और आदिवासी समुदाय के वीरों को श्रद्धांजलि से होगी। इस साल गणतंत्र दिवस समारोह के तहत कई नए कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं जिनमें मिलेट्री टैटू और ट्राइबल डांस फेस्टिवल, वीर गाथा 2.0, वंदे भारतम नृत्य प्रतियोगिता का दूसरा संस्करण, राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर सैन्य और तटरक्षक बैंड का प्रदर्शन ; राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर अखिल भारतीय स्कूल बैंड प्रतियोगिता, बीटिग द रिट्रीट समारोह के दौरान ड्रोन शो और प्रोजेक्शन मैपिंग आदि शामिल हैं। सशस्त्र बल हार्स शो, खुकुरी डांस, गतका, मल्लखंब, कलरीपयट्टू, थांग-टा, मोटरसाइकिल डिस्प्ले, एयर वारियर ड्रिल, नेवी बैंड और मार्शल आर्ट का प्रदर्शन करेंगे। परेड और मार्च पास्ट की सलामी के बाद देश की प्रगति और संस्कृति को दर्शाती झांकियां भी दर्शकों को लुभाएंगी। इसमें 23 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के साथ छह विभिन्न् मंत्रालयों-विभागों की झांकियां शामिल होंगी।