मध्य प्रदेश के सीतामऊ हांडिया बाग गौशाला एवं गो अमृत सेवा समिति द्वारा गाय के गोबर से गणेश जी और अन्य विषेश प्रकार की प्रतिमाएं बनाने का काम किया जा रहा हे। गणेश उत्सव को लेकर देशी गाय के गोबर से निर्मित हजारों की सख्या में मूर्तियां तैयार की गई है। जिन्हे नाम मात्र के शुक्ल में लोगो को उपलब्ध कराया जाएगा।
मंदसौर जिले में POP की मूर्तियां प्रतिबंधित है POP की मूर्तियां पर्यावरण और जल को दूषित करती है ऐसे में गौ अमृत सेवा समिति द्वारा देसी गाय के गोबर से गणेश जी की मूर्तियां बनाने का काम किया जा रहा है यह मूर्तियां इको फ्रेंडली होने के साथ साथ आकर्षक भी है। पिछले वर्ष भी इनके द्वारा गोबर से बनी प्रतिमाएं उपलब्ध करवाई गई थी जिसे लोगों ने काफी पसंद किया था। इस बार उनके द्वारा बड़ी संख्या में गाय की गोबर से निर्मित मूर्तियां बनाने का काम किया जा रहा।
समिति के सदस्य अर्जुन पाटीदार ने बताया कि वह कई वर्षो से बीमार घायल गोमाता के लिए काम कर रहे हे, इस बार उनके द्वारा बहुउपयोगी गोमाता के गोबर से अलग अलग प्रकार की मूर्तियां बनाने का काम शुरू किया हे, लोगो का भी अच्छा रिस्पॉन्स मिला हे इसलिए इस बार बड़ी संख्या में मूर्तियां तैयार की जा रही हैं। उन्होनें बताया P.O.P की मूर्तियां जहां पर्यावरण के लिए हानिकारक होती है वही गाय के गोबर से बनी गणेश प्रतिमा का अपना अलग महत्व होता है इसलिए सभी को शुद्ध गोबर से बनी इकोफ्रेंडली गणेश प्रतिमा की स्थापना कर पूजा करनी चाहिए।