इजराइल से युद्ध के बीच हमास ने नरमी दिखाने का प्रयास किया। इसी कड़ी में उसकी सैन्य शाखा अल-कसम ब्रिगेड ने एक बयान जारी कर कहा कि उसने कतर के प्रयासों के बाद मानवीय कारणों से दो अमेरिकी बंधकों को रिहा कर दिया है। उसने यह कदम यह साबित करने के लिए उठाया है कि अमेरिकी आरोप “झूठे और निराधार” हैं।
दो सप्ताह पहले संघर्ष शुरू होने के बाद यह पहली बार है कि गाजा-सत्तारूढ़ समूह ने बंधकों को रिहा किया है। इजराइली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने दो बंधकों की रिहाई की पुष्टि की। कार्यालय ने एक बयान में कहा, “आज शाम दो बंधकों को हमास आतंकवादी संगठन के कब्जे से रिहा कराया गया।” रिहा किए गए दोनों लोगों का “गाजा के साथ सीमा पर स्वागत किया गया और वे एक सैन्य अड्डे के रास्ते में हैं, जहां वे अपने परिवारों से मिलेंगे”।
इजराइली मीडिया चैनल 2 ने खबर दी थी कि दोनों मां-बेटी अमेरिकी नागरिक हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी पुष्टि की कि उनके प्रशासन ने दो अमेरिकी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित कर ली है और इसमें सहयोग के लिए कतर और इज़राइल को धन्यवाद दिया। हमास के आतंकियों ने 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमला कर बड़ी संख्या में बंधकों को पकड़ लिया था। ब्रिगेड ने पहले कहा था कि उन्होंने गाजा में 200 से 250 लोगों को बंदी बना रखा है। इससे पहले दिन में इजरायली सेना के एक बयान में कहा गया था कि अधिकांश बंधक जीवित हैं।