अंबिकापुर के लखनपुर थाना अंतर्गत कोयलांचल क्षेत्र गुमगरा खालकछार नागमडा में बरसात और धान की सीजन खत्म होते ही कोयला तस्कर फिर सक्रिय हो गए हैं। तस्करों ने कोयला निकालने के लिए अवैध गड्ढे की उत्खनन जेसीबी और मजदूरों के माध्यम से शुरू कर दिया है। ये अवैध खनन लखनपुर कोलांचल क्षेत्र में गुमगरा, चिलबिल, अमेरा परसोडी कला ठंडी में किया जा रहा है।
गौरतलब है कि तस्करों द्वारा कोयला उत्खनन क्षेत्र में लगभग 25 वर्ष से लगातार ठंड का मौसम आते ही अवैध उत्खनन किया जाता है। इसके लिए स्थानीय मजदूरों को चंद पैसों का लालच देकर उनकी जान जोखिम में डालकर अवैध कोयला उत्खनन कराया जाता है। यहां से रात होते ही ट्रक, ट्रैक्टर और मोटरसाइकिल से चिमनी गमला ईटा-भट्ठा में डंप कर सप्लाई किया जाता है। इसके अलावा लखनपुर, सूरजपुर ,अंबिकापुर, जयनगर अन्य राज्यों में अवैध कोयले तस्करी कर खपत की जाती है। इससे हर वर्ष शासन की लाखों के राजस्व की नुकसान होता है।
पूर्व मे खनिज विभाग और पुलिस प्रशासन ने इन अवैध गड्ढे को जेसीबी से मिट्टी डालकर भरा गया था। इस कार्रवाई के बावजूद भी कोयला तस्करी पूर्ण रूप से कभी बंद नहीं हो सकी। कोयला तस्करों पर सख्त कार्रवाई न होने कारण यह अवैध धंधा लखनपुर क्षेत्र में फल फूल रहा है। कोयला तस्कर मालामाल हो रहे हैं। हर वर्ष यहां कोलांचल क्षेत्र में 40 से 50 गड्ढे बनाकर कोयले का अवैध उत्खनन कर बिक्री किया जाता है। भाजपा ने कांग्रेस शासन में अवैध उत्खनन को लेकर काफी विरोध किया गया था और इसके खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया गया था। देखना होगा कि आने वाले समय में किस तरह की कार्रवाई होती है।