असम में जतिंगा नामक एक रहस्यमयी गांव है। इस गांव में सिर्फ 2,500 लोग ही रहते हैं, वैसे तो यह बहुत शांत जगह है, लेकिन यह विश्व स्तर पर स्थानीय और प्रवासी पक्षियों की आत्महत्या के ठिकाने के रूप में प्रसिद्ध है। जतिंगा असम के गुवाहाटी से लगभग 330 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है। ये जगह हर साल सितंबर से नवंबर तक सुर्खियों में रहती है। इसका कारण पक्षियों की सामूहिक आत्महत्या है।
अजीब बात यह है कि पक्षियों के आत्महत्या करने का समय शाम 6 बजे से रात 9:30 बजे तक होता है। न केवल स्थानीय पक्षी बल्कि यहां के अधिकांश प्रवासी पक्षी भी इस कार्य में शामिल होते हैं। आत्महत्या करने वाले पक्षियों में लगभग 40 प्रजातियों के पक्षी शामिल होते हैं। यही कारण है जतिंगा की धरती को सबसे डरावनी जगहों में से एक माना जाने लगा है।
अब तक पक्षियों द्वारा की जाने वाली सामूहिक हत्याओं का कारण पता नहीं चल पाया है। हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि ये जगह शापित है इस कारण ऐसा होता है। कुछ अन्य लोगों का मानना है कि अत्यधिक चुंबकीय क्षेत्र होने के कारण ऐसा होता है। फिर भी इसका सटिक कारण किसी को पता नहीं चल पाया है।