अंडर-19 विश्व कप में चार बार के चैंपियन भारत ने खेल के हर विभाग में अच्छा प्रदर्शन करके दक्षिण अफ्रीका को 45 रन से हराकर अंडर-19 विश्व कप में अपने अभियान की जीत से शुरुआत की। प्रोविडेंस स्टेडियम में खेले गए मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद कप्तान यश धुल की 82 रन की जिम्मेदारी भरी पारी की मदद से 46.5 ओवर में 232 रन बनाए। इसके बाद बायें हाथ के स्पिनर विक्की ओस्टवाल (5/28) और तेज गेंदबाज राज बावा (4/47) ने अपनी गेंदबाजी का कमाल दिखाया और दक्षिण्ा अफ्रीका को 45.4 ओवर में 187 रन पर ढेर कर दिया।
दक्षिण अफ्रीका ने 233 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए सलामी बल्लेबाज इटहान जान कनिंघम (0) का विकेट पहले ओवर में ही गंवा दिया, जिन्हें तेज गेंदबाज राजवर्धन हेंगरगेकर (1/38) ने एलबीडब्ल्यू आउट किया। वेलेंटाइन किटाइम (25) और डेवाल्ड ब्रेविस (65) ने इसके बाद दूसरे विकेट के लिए 58 रन जोड़े। दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 10 ओवर के बाद एक विकेट पर 38 रन था। किटाइम ने 10वें ओवर में तेज गेंदबाज रवि कुमार पर छक्का और चौका लगाया। ब्रेविस और किटाइम ने बावा के अगले ओवर में 17 रन जुटाए। जब ये दोनों हावी होने की कोशिश कर रहे थे तब ओस्टवाल ने किटाइम को विकेटकीपर दिनेश बना के हाथों कैच कराकर साझेदारी तोड़ी। ओस्टवाल ने 21वें ओवर में जीजे मारी (8) को विकेट के पीछे कैच कराकर स्कोर तीन विकेट पर 83 रन कर दिया। इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने दक्षिण्ा अफ्रीका को संभलने का मौका नहीं दिया। बावा ने 36वें ओवर में ब्रेविस को कप्तान धुल के हाथों कैच कराया, जिसके बाद दक्षिण अफ्रीकी पारी ढहने में समय नहीं लगा। कप्तान जार्ज वान हीरडेन ने 36 रन बनाए, लेकिन इससे वह हार का अंतर ही कम कर पाए।
इससे पहले भारतीय टीम ने 11 रन के स्कोर पर सलामी बल्लेबाजों अंगकृष रघुवंशी (5) और हरनूर सिंह (1) के विकेट गंवा दिए थे। धुल और शेख राशिद (31) ने तीसरे विकेट के लिए 71 रन की साझेदारी कर टीम को संभाला। धुल अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे, उन्होंने रन आउट होने से पहले 100 गेंद की अपनी पारी में 11 चौके लगाए। उन्होंने एक छोर संभाले रखा। इस बीच निशांत सिंधू ने 25 गेंद में 27 रन की उपयोगी पारी खेली लेकिन ज्यादा देर तक क्रीज पर नहीं टिक सके। राज बावा (13) और धुल के आउट होने के बाद कौशल तांबे ने जिम्मेदारी संभाली तथा 35 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली। दक्षिण अफ्रीका के लिए मैथ्यू बोस्ट ने तीन, जबकि अपाइव मयांडा और ब्रेविस ने दो-दो विकेट लिए।
दक्षिण अफ्रीका ने 233 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए सलामी बल्लेबाज इटहान जान कनिंघम (0) का विकेट पहले ओवर में ही गंवा दिया, जिन्हें तेज गेंदबाज राजवर्धन हेंगरगेकर (1/38) ने एलबीडब्ल्यू आउट किया। वेलेंटाइन किटाइम (25) और डेवाल्ड ब्रेविस (65) ने इसके बाद दूसरे विकेट के लिए 58 रन जोड़े। दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 10 ओवर के बाद एक विकेट पर 38 रन था। किटाइम ने 10वें ओवर में तेज गेंदबाज रवि कुमार पर छक्का और चौका लगाया। ब्रेविस और किटाइम ने बावा के अगले ओवर में 17 रन जुटाए। जब ये दोनों हावी होने की कोशिश कर रहे थे तब ओस्टवाल ने किटाइम को विकेटकीपर दिनेश बना के हाथों कैच कराकर साझेदारी तोड़ी। ओस्टवाल ने 21वें ओवर में जीजे मारी (8) को विकेट के पीछे कैच कराकर स्कोर तीन विकेट पर 83 रन कर दिया। इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने दक्षिण्ा अफ्रीका को संभलने का मौका नहीं दिया। बावा ने 36वें ओवर में ब्रेविस को कप्तान धुल के हाथों कैच कराया, जिसके बाद दक्षिण अफ्रीकी पारी ढहने में समय नहीं लगा। कप्तान जार्ज वान हीरडेन ने 36 रन बनाए, लेकिन इससे वह हार का अंतर ही कम कर पाए।
इससे पहले भारतीय टीम ने 11 रन के स्कोर पर सलामी बल्लेबाजों अंगकृष रघुवंशी (5) और हरनूर सिंह (1) के विकेट गंवा दिए थे। धुल और शेख राशिद (31) ने तीसरे विकेट के लिए 71 रन की साझेदारी कर टीम को संभाला। धुल अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे, उन्होंने रन आउट होने से पहले 100 गेंद की अपनी पारी में 11 चौके लगाए। उन्होंने एक छोर संभाले रखा। इस बीच निशांत सिंधू ने 25 गेंद में 27 रन की उपयोगी पारी खेली लेकिन ज्यादा देर तक क्रीज पर नहीं टिक सके। राज बावा (13) और धुल के आउट होने के बाद कौशल तांबे ने जिम्मेदारी संभाली तथा 35 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली। दक्षिण अफ्रीका के लिए मैथ्यू बोस्ट ने तीन, जबकि अपाइव मयांडा और ब्रेविस ने दो-दो विकेट लिए।