भारत धीरे-धीरे आत्मनिर्भरता की ओर बढ रहा है। खासकर रक्षा के क्षेत्र में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) बडी तेजी से कदम बढा रहा है। गुरुवार -सुबह सुरक्षा दृष्टि से बड़ी सफलता मिली है। राजस्थान के पोखरण में डीआरडीओ निर्मित नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का परीक्षण एक वारहेड के साथ सफलतापूर्वक किया।
मिसाइल का परीक्षण आज सुबह करीब 6:45 बजे राजस्थान के पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में किया गया। मिसाइल का नाम नाग रखा गया है। इस मिसाइल को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने विकसित किया है। नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल स्वदेशी वारहेड की सूची में शामिल हो गई है। पिछले डेढ़ महीने में डीआरडीओ ने 12 मिसाइल परीक्षण या सिस्टम का सफल परीक्षण किया है। जो मिसाइलों की मदद से लड़ाकू आवश्यकताओं को पूरा करता है।
चीन और पाकिस्तान सीमा पार जारी तनाव के बीच इन मिसाइलों का परीक्षण अहम माना जा रहा है। कुछ दिन पहले ही डीआरडीओ प्रमुख ने दावा किया था कि संस्थान सेना के लिए स्वदेशी मिसाइलों को तैयार में जुटा हुआ है, ताकि मिसाइल क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
रक्षा अनुसंधान व विकास में स्टार्ट-अप तथा माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज सहित भारतीय उद्योग की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ प्रोक्योरमेंट मैनुअल 2020 का एक नया संस्करण जारी किया था।