देशभर में पेट्रोल और डीजल की बढती कीमतों के बीच भारत सरकार एक साथ कई वैकल्पिक उपाय कर रही है। इसी कडी में भारत सरकार ने अपने पुराने दोस्त रूस से कच्चा तेल लेने का फैसला किया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन के भारत दौरे के दौरान भारतीय कंपनी इंडियन ऑयल और रूसी कंपनी रोजनेफ्ट के बीच एक डील हुई है। डील के मुताबिक रूसी कंपनी Rosneft साल 2022 में इंडियन ऑयल को 20 लाख टन कच्चे तेल की सप्लाई करेगी। गौर हो कि भारत की कच्चा तेल जरूरतों का ज्यादातर हिस्सा खाड़ी देशों से आयात किया जाता है।
डील के बाद Rosneft के मुखिया Igor Sechin ने कहा कि तेल सप्लाई के इस नए सौदे से इस बात की पुष्टि होती है कि रोजनेफ्ट और इंडियन ऑयल के बीच लंबे दौर की साझेदारी रणनीतिक प्रकृति की है। Rosneft तेल की लोडिंग ब्लैक सी के पोर्ट Novorossiisk से करेगी।
डील के बाद Rosneft के मुखिया Igor Sechin ने कहा कि तेल सप्लाई के इस नए सौदे से इस बात की पुष्टि होती है कि रोजनेफ्ट और इंडियन ऑयल के बीच लंबे दौर की साझेदारी रणनीतिक प्रकृति की है। Rosneft तेल की लोडिंग ब्लैक सी के पोर्ट Novorossiisk से करेगी।
गौर हो कि इसके पहले भी हाल के वर्षों में दोनों कंपनियों के बीच तेल आपूर्ति के कई समझौते हुए हैं। इसके अलावा इंडियन ऑयल रूसी पेट्रोकेमिकल कंपनी SIBUR से भी एक डील की करने की कोशिश में लगी है। इंडियन ऑयल और रूस की कंपनी Gazprom Neft के बीच भी एक टेक्निकल टाईअप की कोशिश चल रही है।