अमेरिका में स्वदेश वापसी के डर से 72 दिन पहले लापता हुई भारतवंशी किशोरी तन्वी मारुपल्ली फ्लोरिडा में मिल गई। उसे परिवार को सौंप दिया गया। आईटी उद्योग में बड़े पैमाने पर नौकरियां जाने के बाद परिवार पर स्वदेश वापसी का खतरा पैदा हो गया था। इस डर से 15 वर्षीय किशोरी अरकांसास में अपने घर से भाग निकली थी।
किशोरी को गत 17 जनवरी को कान्वे जूनियर हाई स्कूल के समीप अंतिम बार देखा गया था। कान्वे के पुलिस प्रमुख विलियम टाप्ले ने बताया कि कई मील पैदल चल कर तन्वी 22 जनवरी के आसपास कंसास सिटी पहुंची थी। वह गलत पहचान बताकर करीब दो महीने तक बेघर शरणस्थल में रही। इसके बाद वह फ्लोरिडा चली गई और एक खाली मकान में रही। पुस्तकालय से लगाव के कारण ही उसका पता चला और पहचान की पुष्टि होने के बाद उसे परिवार को सौंप दिया गया।