दफ्तर से छुट्टी लेने के लिए लोग तरह-तरह के बहाने बनाते हैं। ऐसा एक मामला ताइवान से आया है। यहां एक बैंक क्लर्क ने दफ्तर से छुट्टी लेने के लिए एक ही महिला से 37 दिन में चार बार शादी कर तीन बार उसे तलाक दे दिया। अतिरिक्त ताइपेई के एक बैंक में इस क्लर्क ने जब पहली दफा आवेदन किया तो शादी के लिए आठ दिन की छुट्टियां मिल गईं।
इसके बाद छह अप्रैल 2020 को शादी करने के बाद छुट्टियां खत्म हुईं तो पत्नी को तलाक दे दिया। फिर अगल ही दिन ब्याह रचाकर छुट्टियां मांग लीं। क्लर्क का मानना था कि वह कानूनी रूप से इन छुट्टियों का हकदार है। इस तरह वह चार बार शादी और तीन बार तलाक के जरिए 32 वैतनिक अवकाश लेने में कामयाब रहा।
छुट्टियों के इस खेल का बैंक को पता लग गया और उसके अतिरिक्त वैतनिक अवकाश नामंजूर कर दिए गए। नाराज क्लर्क ने श्रम ब्यूरो में शिकायत दर्ज कर बैंक पर लेबर लीव कानून के उल्लंघन का आरोप लगाया। कानून के मुताबिक, एक कर्मचारी विवाह के लिए आठ दिन के वैतनिक अवकाश का हकदार है। इस हिसाब से चार बार शादी करने वाले इस व्य्कित को 32 छुट्टियां मिलनी चाहिए थीं। यही वजह है कि शहर श्रम ब्यूरो ने जांच में बैंक को श्रम कानून के उल्लंघन का दोषी पाया।