दीप्ति शर्मा और पूजा वस्त्रकार के आलराउंड खेल और दोनों के बीच सातवें विकेट के लिए 38 रन की अटूट साझेदारी के दम पर भारतीय महिला टीम ने तीन मैचों की वनडे सीरीज के शुरुआती मैच में श्रीलंका को चार विकेट से हराकर 1-0 की बढ़त बनाई। प्लेयर आफ द मैच दीप्ति ने 25 रन पर तीन विकेट लेने के बाद मुश्किल परिस्थितियों में नाबाद 22 रन की पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई। पूजा ने 26 रन पर दो विकेट चटकाने के बाद नाबाद 21 रन बनाए।
आफ स्पिनर दीप्ति और तेज गेंदबाज रेणुका सिंह (3/29) की अगुआई में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन से भारत ने श्रीलंका की पारी को 48.2 ओवर में 171 रन पर समेट दिया। श्रीलंका के लिए निलाक्षी डिसिल्वा ने सबसे ज्यादा 43, जबकि हसिनी परेरा ने 37 रन बनाए। भारत ने 38 ओवर में छह विकेट पर 176 रन बनाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। भारत के लिए कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 44, सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने 35 और हरलीन देओल ने 34 रन का योगदान दिया। श्रीलंका के लिए इनोका रणवीरा ने चार और ओशादी रनासिंघे ने दो विकेट लिए।
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने शुरुआती चार ओवरो में स्मृति मंधाना (4) और यास्तिका भाटिया के विकेट गंवा दिए। शेफाली को इसके बाद हरमनप्रीत का अच्छा साथ मिला। उन्होंने चौथे ओवर में रणसिंघे के विरुद्ध चौका और फिर सातवें तथा 11वें ओवर में रणवीरा के विरुद्ध एक-एक छक्का जड़ अपने इरादे जताए। वह इसी गेंदबाज पर बड़ा शाट खेलने की कोशिश में 15वें ओवर में स्टंप हो गईं। उन्होंने 40 गेंद की पारी में 35 रन बनाने के साथ हरमनप्रीत के साथ तीसरे विकेट के लिए 44 रन जोड़े।
हरमनप्रीत ने इसके बाद हरलीन के साथ चौथे विकेट के लिए 62 रन की साझेदारी कर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। दोनों ने संभल कर खेलते हुए कुछ आकर्षक श्ााट लगाए। रनवीरा ने लगातार तीन ओवर में हरमनप्रीत, हरलीन और रिचा घोष (6) के विकेट लेकर भारतीय टीम पर दबाव बना दिया। दीप्ति और पूजा ने इसके बाद कोई और नुकसान नहीं होने दिया। पूजा ने 38वें ओवर में रणसिंघे पर दो छक्के लगाकर टीम को जीत दिला दी।
इससे पहले टास गंवाने के बाद क्षेत्ररक्षण का न्योता मिलने के बाद रेणुका ने तीसरे ओवर में ही विरोधी टीम की कप्तान चमारी अट्टापट्टू (2) को सस्ते में पवेलियन भेजा। दीप्ति ने हंसिमा करुणारत्ने को खाता खोले बगैर चलता किया। सलामी बल्लेबाज हसिनी और हर्षिता मडावी (28) ने तीसरे विकेट के लिए 34 रन की साझेदारी कर टीम की वापसी करने की कोशिश की। दीप्ति ने 54 गेंद की पारी में पांच चौके लगाने वाली हसिनी को आउट किया, जिसके बाद हरमनप्रीत ने कविशा दिलहारी को खाता खोलने का मौका नहीं दिया।
पारी के 19वें ओवर में 65 रन पर आधी टीम के पवेलियन लौटने के बाद श्रीलंका की टीम मुश्किल में थी लेकिन नीलाक्षी ने एक छोर संभालते हुए स्कोर को 140 के पार पहुंचाया। उन्हें विकेटकीपर अनुष्का संजीवनी (18) का अच्छा साथ मिला और दोनों ने छठे विकेट के लिए 47 जोड़े। टीम की पुछल्ले बल्लेबाजों ने इसके बाद संघर्ष कर स्कोर को 170 रन के पार पहुंचाया।