बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक वक्तव्य से राजनीतिक गलियारे में सनसनी फैल गई। मुख्यमंत्री नीतीश ने हंसते हुए कहा कि लालू प्रसाद चाहें तो हमको गोली मरवा सकते हैं, इसके अलावा कुछ और नहीं कर सकते। गौर हो कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने चुनावी सभा में जाने के क्रम में कहा था कि वह नीतीश कुमार का विसर्जन करने के लिए पटना आए हैं। दरअसल बिहार में कुशेश्वरस्थान और तारापुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव हो रहा है। वहां की चुनावी सभाओं से पटना लौटने पर नीतीश से लालू के वक्तव्य पर प्रतिक्रिया मांगी गई थी।
मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि लालू कुछ नहीं कर सकते। चाहें तो गोली जरूर मरवा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने यह बात दो बार कही। लालू की चुनावी सभाओं के सवाल पर मुख्यमंत्री ने सहज अंदाज में कहा कि अरे, जाएं न भाई! कुछ लोगों के लिए अपने परिवार को बढ़ाना ही सबसे बड़ी बात है।
चुनावी सभाओं में जनता के मिजाज के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता का मूड ठीक है। उनसे सवाल किया गया कि राजद रोजगार के मसले को उठा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी को कुछ मालूम नहीं है कि हम लोगों ने कितने लोगों के लिए रोजगार का प्रबंध किया है। जो बोल रहे हैैं, उन्हें 15 वर्षों तक काम करने का मौका मिला था। बताएं कि कितने लोगों को रोजगार दिया? अपना उद्यम स्थापित करने के लिए अनुसूचित जाति-जनजाति (एससी-एसटी) को मात्र एक प्रतिशत ब्याज पर पांच लाख रुपये का ऋण और पांच लाख के अनुदान की योजना चलाई गई है। बाद में यह योजना अति पिछड़ा वर्ग के लोगों के लिए भी शुरू की गई। सभी वर्ग की महिलाओं के लिए भी योजना चल रही।