रायपुर- 11 अक्टूबर से जारी छत्तीसगढ़ में ईडी की छापेमारी मामले में सियासत गरमा गई है। प्रदेश भाजपा के नेताओं ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर कांग्रेस पर कई गंभीर आरोप लगाए। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने ईडी के प्रेस नोट के जरिए सामने आए तथ्यों का हवाला देकर कांग्रेस को घेरा तो दूसरी तरफ कांग्रेस ने कह दिया यह प्रेस नोट रमन सिंह ने बनवाया है। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि,ईडी द्वारा जारी किए गए प्रेस नोट के बाद प्रदेश में बड़ा भ्रष्टाचार रैकेट खुला है। हम सब ने कभी नहीं सोचा था कि आदिवासी, किसानों और आम जनता की मेहनत का पैसा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाएगा।नारायण चंदेल ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस भ्रष्टाचार के उजागर होने के बाद प्रदेश के भ्रष्ट अफसरों के संरक्षण में सवाल उठाना छत्तीसगढ़ के लिए राजनीतिक इतिहास में काले अध्याय की तरह है। नारायण चंदेल ने कहा कि इस भ्रष्टाचार में किन-किन कांग्रेसियों की हिस्सेदारी है कांग्रेस पार्टी को सार्वजनिक करना चाहिए
कांग्रेस ने दिया जवाब
नेता प्रतिपक्ष के बयान पर जवाब देते हुए प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ सरकार को बदनाम करने के लिए लगातार अनर्गल बयानबाजी कर रही है। नेता प्रतिपक्ष कहते हैं, ईडी की कार्रवाई को राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिये, लेकिन रमन सिंह तो ईडी के आधार पर ही अपनी राजनीति चमका रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष सहित तमाम भाजपा नेता जिस प्रेस नोट का हवाला दे रहे हैं, वह संदिग्ध लग रहा है। जिस तथाकथित प्रेस नोट को ईडी का बताकर कई समाचार माध्यमों में प्रचारित किया गया। वह प्रेस नोट सबसे पहले रमन सिंह ने रात को लगभग 9 बजे अपने ट्विटर और फेसबुक में डाला है। ईडी के अधिकृत वेबसाइट पर अभी तक आखिरी प्रेस नोट 13 अक्टूबर की जो किसी अन्य मामले में है। ईडी ने छत्तीसगढ़ के छापे के संबंध में अपने ट्वीट पर 4 फोटो और दो तीन लाईन की पोस्ट किया है। ईडी के द्वारा अधिकृत तौर पर कहीं भी उस प्रेस नोट को जारी करने का कोई साक्ष्य सार्वजनिक तौर पर नहीं दिख रहा, फिर यह तथाकथित प्रेस नोट रमन सिंह के पास कहां से आया जिसमें तमाम कहानियां गढ़ी गई हैं। रमन सिंह ने ही फर्जी प्रेस नोट बनाकर प्रचारित किया है।