देश में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। इसी बीच रेवेन्यू बढ़ाने के लिए लॉकडाउन में शराब ब्रिकी की परमीशन मिलते ही शराब के शौकीनों में खुशी की लहर दौड़ गई। मानो खत्म होती जिंदगी को सांसें मिल गईं। हाल ये हुआ कि सोमवार सुबह दुकान खुलने से पहले ही खरीददारों की लंबी लाइन लग गई। 10 बजते ही जैसे शराब दुकानों के शटर उठे, खरीदने वाले सारे नियम-कानून और सोशल डिस्टेंसिंग भूलकर काउंटर पर उमड़ पड़े। इनको रोकने में पुलिस और प्रशासन भी कुछ खास नहीं कर पाया।
छूट वाले लॉकडाउन 3.0 में पहले दिन उत्तर प्रदेश में 225 करोड़, महाराष्ट्र में 200 करोड़, राजस्थान में 59 करोड़, कर्नाटक में 45 करोड़ और छत्तीसगढ़ में 25 करोड़ रुपए की शरीब बिकी। इन सब के बीच चौकाने वाली खबर सामने आई है कि दुकान खुलने के पहले दिन ही 5 राज्यों में 554 करोड़ रू. की शराब की बिक्री हुई है, जिसमें उत्तर प्रदेश नंबर 1 पर रहा। यहां 225 करोड़ रूपए की शराब की बिक्री हुई है। अधिकारियों का दावा है कि मात्र 9 घंटों में शहर के लोग 4 करोड़ 25 लाख की शराब पी गए। वहीं अलीगढ़ में शराब बिक्री के सारे रिकार्ड टूट गए। आबकारी विभाग के अनुसा अलीगढ़ में तकरीबन 20 करोड़ रुपये से अधिक की शराब की बिक्री हुई है। इस बीच कुछ दुकानों पर तो ग्राहकों के बीच धक्का-मुक्की हो गई। इसमें अंग्रेजी, देसी के साथ बीयर शामिल है। ये बिक्री आम दिनों की अपेक्षा दो गुनी है। सबसे ज्यादा भीड़ देशी शराब के ठेकों पर देखने को मिली और आलम ये रहा कि दोपहर तक महंगी शराब को छोड़कर ठेकों पर स्टॉक ही नहीं बचा। जिसके पास जितना स्टॉक था उसे उतना ही बेचने की परमीशन थी।
जिला आबकारी अधिकारी अरविंद कुमार मौर्या ने बताया कि सोमवार को 86 हजार लीटर देसी, 56 हजार बोतल अंग्रेजी शराब के अलावा 82 हजार बीयर केन की बिक्री हुई। लॉकडाउन से पहले आम दिनों में शहर में करीब दो करोड़ के आसपास शराब की बिक्री होती थी। देशभर में शराब की दुकानें खुलने के बाद दिल्ली सरकार ने सोमवार की रात को शराब पर स्पेशल कोरोना फीस लगाने का निर्णय लिया है। यह एमआरपी का 70 फीसदी होगा। सरकार का यह आदेश मंगलवार की सुबह से लागू होगा। दिल्ली सरकार का कहना है कि यह पैसा कोरोना के खिलाफ लड़ाई में इस्तेमाल किया जाएगा।
लगभग हर किसी को आशंका है कि सरकार कभी भी शराब बिक्री पर फिर रोक लगा सकती है। इसलिए लोगों ने अधिक से अधिक शराब खरीदकर स्टाक रख लिया है। मार्च पूरा होने से पहले ही शराब बिक्री पर बैन लग गया था। इसलिए अब आबकारी विभाग ने जिनकी दुकानें रिन्यू नहीं हुई हैं, उनको पुराना स्टाक खत्म करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया है। अगर फिर भी स्टाक खत्म नहीं होगा तो आबकारी विभाग उसको जब्त करेगा। जिनकी दुकानें रिन्यू हो गई हैं, उनमें बचा स्टाक आगे जुड़ जाएगा।
छूट वाले लॉकडाउन 3.0 में पहले दिन उत्तर प्रदेश में 225 करोड़, महाराष्ट्र में 200 करोड़, राजस्थान में 59 करोड़, कर्नाटक में 45 करोड़ और छत्तीसगढ़ में 25 करोड़ रुपए की शरीब बिकी। वहीं देशभर में शराब की दुकानें खुलने के बाद दिल्ली सरकार ने सोमवार की रात को शराब पर स्पेशल कोरोना फीस लगाने का निर्णय लिया है। यह एमआरपी का 70 फीसदी होगा। सरकार का यह आदेश मंगलवार की सुबह से लागू होगा। दिल्ली सरकार का कहना है कि यह पैसा कोरोना के खिलाफ लड़ाई में इस्तेमाल किया जाएगा।
लॉकडाउन फेज-3 के पहले दिन कुल 736 जिलों में से 600 जिलों में दुकानें खुलीं। लेकिन सबसे ज्यादा भीड़ शराब की दुकानों पर दिखाई दी। कुछ शहरों में तो दो-दो किमी लंबी कतारें दिखाई दीं। 40 दिन की तालांबदी के बाद सोमवार से देश में दुकानें और दफ्तर खुलने लगें। रियायतों वाले लॉकडाउन फेज-3 के पहले दिन कुल 736 जिलों में से 600 जिलों में दुकानें खुलीं। लेकिन सबसे ज्यादा भीड़ शराब की दुकानों पर दिखाई दी। कुछ शहरों में तो दो-दो किमी लंबी कतारें दिखाई दीं।
मध्यप्रदेश सरकार ने भी सोमवार को आदेश जारी कर दिया कि राज्य में मंगलवार से शराब और भांग की दुकानें खुलेंगी। हालांकि इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही सरकार ने प्रदेश के रेड जोन में किसी भी प्रकार का छूट देने से इंकार कर दिया है। जिससे प्रदेश के रेड जोन में कोई भी दुकानें नहीं खुलेंगी।