आज के दौर में अकेलेपन की समस्या लगातार बढ़ रही है। बहुत से कम लोगों को पता होगा कि सामाजिक अलगाव और अकेलापन दिल की बीमारियों के जोखिम को बढ़ाता है। हालिया प्रकाशित एक शोध में यह दावा किया गया है कि अकेलेपन की स्थिति में अस्पताल में भर्ती होने या मृत्यु का खतरा 15 से 20 प्रतिशत बढ़ जाता है।
“जेएसीसी: हार्ट फेल” में प्रकाशित शोध के निष्कर्ष में कहा गया है कि अकेलापन और सामाजिक अलगाव दोनों हृदयाघात के बड़े कारक हैं। सामाजिक दूरी को दो रूपों में परिभाषित किया जा सकता है। “सामाजिक अलगाव” दुर्लभ सामाजिक संबंध को इंगित करता है, जबकि “अकेलापन” एक ऐसा दर्दनाक अनुभव है जो वास्तव में सामाजिक संबंध की कमी महसूस करता है, जो उसे पसंद है।
शोधकर्ताओं ने अध्ययन के लिए यूके बायोबैंक स्टडी के डाटा का इस्तेमाल किया है, जो 12 वर्ष से अधिक समय से एकत्र किया गया। शोधकर्ताओं ने चार लाख से अधिक अधेड़ उम्र के लोगों के डाटा का विश्लेषण किया। गुआंगझोउ मेडिकल यूनिवर्सिटी चीन में शोध कर रहीं व अध्ययन की वरिष्ठ लेखक जिहुइ झांग ने कहा कि इससे पहले के अध्ययन में अकेलेपन और हृदयाघात के खतरे के बीच संबंध अनिर्णायक व अस्थिर था। शोधकर्ताओं ने पाया कि अकेलेपन की स्थिति में मौत का खतरा 15 से 20 प्रतिशत तक बढ़ गया। इसके साथ ही यह भी कहा कि सामाजिक अलगाव और अकेलापन दोनों मिलकर अधिक खतरा पैदा करते हैं।